कुसमी SDM को खुली धमकी, शमसुद्दीन अंसारी का वीडियो वायरल, प्रशासन में हड़कंप

बलरामपुर जिले में कुसमी SDM करुण डहरिया को खुलेआम धमकी देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में शमसुद्दीन अंसारी ने SDM पर गंभीर आरोप लगाए और हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर करने व नौकरी से हटवाने की धमकी दी, जिससे प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।

Dec 14, 2025 - 11:25
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कुसमी SDM को खुली धमकी, शमसुद्दीन अंसारी का वीडियो वायरल, प्रशासन में हड़कंप

 UNITED NEWS OF ASIA.अली खान, बलरामपुर। जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के कुसमी अनुभाग में उस समय प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया, जब कुसमी SDM करुण डहरिया को खुली धमकी देने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वायरल वीडियो में शमसुद्दीन अंसारी नामक व्यक्ति, जो दुर्गापुर बलरामपुर का निवासी और एक निजी अज़ीज़ स्कूल का संचालक व हेडमास्टर बताया जा रहा है, SDM के खिलाफ आक्रामक और चुनौतीपूर्ण बयान देते हुए नजर आ रहा है।

वीडियो में शमसुद्दीन अंसारी आरोप लगाता है कि SDM करुण डहरिया ने उसे तीन बार जेल भिजवाया और जमानत पर आपत्ति दर्ज कराई, जिसके चलते उसे करीब 40 दिनों तक जेल में रहना पड़ा। वह यह भी कहता है कि प्रशासन ने उसे मानसिक रूप से तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह और अधिक मजबूत होकर वापस आया है। शमसुद्दीन का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

वायरल वीडियो में शमसुद्दीन अंसारी यह दावा भी करता है कि उसने SDM करुण डहरिया के खिलाफ हाईकोर्ट में तीन याचिकाएं दायर कर दी हैं और जल्द ही चौथी याचिका भी दाखिल की जाएगी। इसके साथ ही वह यह कहते हुए सुनाई देता है कि वह लगातार कानूनी लड़ाई लड़ता रहेगा और SDM को नौकरी से हटवाने व जेल भेजने तक पीछे नहीं हटेगा। वीडियो में प्रयुक्त भाषा और खुलेआम दी गई धमकी को लेकर आमजन के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों में भी चिंता का माहौल है।

इस पूरे मामले को लेकर जिले में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। हालांकि, इस वायरल वीडियो और लगाए गए आरोपों को लेकर अभी तक प्रशासन या स्वयं SDM करुण डहरिया की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

फिलहाल यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और प्रशासनिक स्तर पर इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। मामले की वास्तविकता, आरोपों की पुष्टि और कानूनी पहलुओं पर आगे की स्थिति प्रशासनिक जांच और न्यायिक प्रक्रिया के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।