बालोद जिले में आदि सेवा पखवाड़ा जारी: ग्रामों में ट्राईबल विलेज विजन और सेवात्मक गतिविधियों का आयोजन
बालोद जिले के चयनित 186 ग्रामों में आदि सेवा पखवाड़ा लगातार जारी है। विलेज वर्कशॉप, जन-जागरण रैली और सेवा केंद्रों के माध्यम से ट्राईबल विलेज विजन 2030 तैयार किया जा रहा है। ग्रामीणों को स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास और स्वच्छता जैसे सेवात्मक कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है।

UNIED NEWS OF ASIA, परस साहू, बालोद | आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में आदि सेवा पर्व/सेवा पखवाड़ा का आयोजन लगातार जारी है। जिले के चयनित 186 ग्रामों में आदि सेवा केंद्र स्थापित कर जनजातीय समुदाय के लिए एकल खिड़की सुविधा केंद्र तैयार किए जा रहे हैं।
इस अभियान के तहत विलेज वर्कशॉप, जन-जागरण रैली, ट्रांसेक्ट वॉक और केंद्रित सामूहिक चर्चाओं के माध्यम से ट्राईबल विलेज विजन का निर्माण किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्राम स्तर पर क्रिटिकल गैप चिन्हांकित कर योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करना है।
आज जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम नारागांव, बालोद विकासखण्ड के ग्राम अमोरा, लिमोरा, गोड़री, तथा डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के कई ग्रामों में मास्टर ट्रेनर्स और संबंधित अधिकारियों द्वारा वर्कशॉप आयोजित की गई। इस अवसर पर ग्रामीणों को बाल विवाह मुक्त भारत और स्वच्छता बनाए रखने की शपथ भी दिलाई गई।
आदि कर्मयोगी अभियान के तहत ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कौशल विकास, आजीविका संवर्धन, स्वच्छता, जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा जैसी सेवात्मक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इसके अंतर्गत ट्राईबल विलेज एक्शन प्लान एवं ट्राईबल विलेज विजन 2030 तैयार किया जाएगा।
इस योजना के तहत प्रत्येक ग्राम के लिए दीर्घकालिक विकास रोडमैप तैयार होगा और 02 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभा में इसे अनुमोदित किया जाएगा। ग्राम स्तर पर स्थापित आदि सेवा केंद्र शिकायत निवारण और सेवा वितरण की सुविधा भी प्रदान करेंगे। साथ ही ग्राम विकास योजना के क्रियान्वयन के लिए समयबद्ध कैलेंडर बनाया जाएगा।
इस पहल से जनजातीय समुदाय के लिए सशक्त और समृद्ध ग्राम विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।