माकड़ी पुलिस ने कस्तूरबा गांधी छात्रावास में चलाया साइबर जागरूकता अभियान — छात्राओं को सिखाए साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय

माकड़ी थाना पुलिस ने कस्तूरबा गांधी छात्रावास में साइबर जागरूकता अभियान चलाया। छात्राओं को साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, यातायात नियम, नशामुक्ति और नए आपराधिक कानूनों की जानकारी दी।

Oct 13, 2025 - 15:04
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माकड़ी पुलिस ने कस्तूरबा गांधी छात्रावास में चलाया साइबर जागरूकता अभियान — छात्राओं को सिखाए साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोण्डागांव। जिले के माकड़ी थाना पुलिस द्वारा सोमवार को कस्तूरबा गांधी छात्रावास माकड़ी में साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, नशामुक्ति, यातायात नियमों और नए आपराधिक कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

यह अभियान पुलिस अधीक्षक अक्षय कुमार के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेन्द्र देव पटेल और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी रूपेश कुमार के मार्गदर्शन में संचालित किया गया। थाना माकड़ी प्रभारी निरीक्षक विकास बघेल ने छात्राओं से संवाद स्थापित करते हुए बढ़ते साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताए। उन्होंने मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि “अपरिचित लिंक, फर्जी कॉल या ओटीपी साझा करना किसी भी हालत में सुरक्षित नहीं है।”

इसके साथ ही उन्होंने छात्राओं को महिला एवं बाल अपराधों के प्रकार, गुड टच-बैड टच की समझ, यातायात नियमों का पालन, तथा भारत सरकार द्वारा लागू नए आपराधिक कानूनों की मुख्य बातें समझाईं। उन्होंने नशामुक्ति पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि “नशा न केवल स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है बल्कि जीवन की दिशा को भी प्रभावित करता है।”

थाना प्रभारी ने छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और समुदाय में भी इस जागरूकता को फैलाएं ताकि समाज में साइबर फ्रॉड और अपराधों को कम किया जा सके।

कार्यक्रम के दौरान छात्रावास अधीक्षिका सरस्वती पोयाम, भारती मिश्रा, राधिका कोर्राम, हिमानी डहरिया सहित लगभग 190 छात्राएं उपस्थित रहीं। सभी ने पुलिस के इस पहल की सराहना की और ऐसी जागरूकता गतिविधियों को निरंतर जारी रखने की मांग की।

माकड़ी पुलिस द्वारा इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम लगातार थाना क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों और ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को अपराधों से बचाव के प्रति सतर्क और जागरूक बनाया जा सके।