त्योहारी सीजन में सोना और चांदी के दामों में उछाल, निवेशकों के लिए अब निर्णय लेना चुनौतीपूर्ण

सोने में 8 हजार और चांदी में 5 हजार की तेजी, त्योहारी मांग और वैश्विक तनाव के कारण निवेशकों को शॉर्ट टर्म में सतर्क रहने की सलाह दी गई।

Oct 18, 2025 - 13:45
 0  1
त्योहारी सीजन में सोना और चांदी के दामों में उछाल, निवेशकों के लिए अब निर्णय लेना चुनौतीपूर्ण

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। इस त्योहारी सीजन में सर्राफा बाजार में सोना और चांदी की चमक ने निवेशकों की नजरें खींच ली हैं। इस हफ्ते 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹8,059 यानी 6.63% बढ़कर ₹1,29,584 तक पहुंच गई, जबकि चांदी की कीमत में ₹4,730 की तेजी आई और यह ₹1,69,230 प्रति किलो तक पहुंच गई।

2025 में सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। साल की शुरुआत में सोना ₹76,162 प्रति 10 ग्राम था, जो अब ₹1,29,584 हो गया है। यानी निवेशकों को लगभग 70% का लाभ हुआ। चांदी ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिसकी कीमत ₹86,017 से बढ़कर ₹1,69,230 हो गई, लगभग 97% का उछाल।

गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल सोने का दाम 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है, जो भारतीय मुद्रा में लगभग ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम होगा। वहीं, पीएल कैपिटल के डायरेक्टर संदीप रायचुरा का अनुमान है कि सोना ₹1,44,000 तक जा सकता है।

सोने की तेजी के मुख्य कारणों में त्योहारी मांग, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी शामिल हैं। त्योहारी मांग से धनतेरस, दिवाली और शादी-ब्याह के सीजन में सोना खरीदने की परंपरा मजबूत होती है। वहीं, मध्य पूर्व में तनाव और अमेरिका-चीन ट्रेड अनिश्चितता निवेशकों को सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर मोड़ रही है।

चांदी की तेजी के कारणों में त्योहारी मांग, रुपए की कमजोरी और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सोलर उद्योग में बढ़ता उपयोग शामिल हैं।

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने निवेशकों को चेताया है कि इस साल सोने में तेजी पहले ही आ चुकी है। शॉर्ट टर्म निवेश फिलहाल जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह अभी भी लाभदायक हो सकता है।

विशेषज्ञों ने निवेशकों को BIS हॉलमार्क वाले सोने और विश्वसनीय स्रोतों से कीमतें जांचने की सलाह दी है। त्योहारी सीजन में उत्साह के साथ निवेश करना आकर्षक हो सकता है, लेकिन भावनाओं में बहकर जल्दबाजी में फैसले लेना नुकसानदेह साबित हो सकता है।

त्योहारों के दौरान सोना और चांदी की मांग बढ़ी है, लेकिन बाजार में हर तेजी के बाद मुनाफावसूली की संभावना बनी रहती है। इसलिए निवेशकों को समझदारी और सतर्कता के साथ निर्णय लेना चाहिए।