एसईसीएल ने अरपा नदी घाट पर ‘स्वच्छता ही सेवा – स्वच्छोत्सव 2025’ के तहत विशेष स्वच्छता अभियान चलाया
स्वच्छता ही सेवा – स्वच्छोत्सव 2025 के तहत एसईसीएल ने अरपा नदी के छठ घाट पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। सीएमडी हरीश दुहन के नेतृत्व में करीब 100 स्वयंसेवकों ने घाट से कचरा और प्लास्टिक हटाकर उसे बैग में भरा। इस पहल से न केवल नदी तट साफ हुआ, बल्कि स्थानीय लोगों में स्वच्छता और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश भी गया।

UNITED NEWS OF ASIA. भूपेंद्र साहू, कोरबा । स्वच्छता ही सेवा – स्वच्छोत्सव 2025 अभियान के अंतर्गत एसईसीएल ने “1 घंटा – 1 दिन – 1 साथ” गतिविधि के तहत बिलासपुर स्थित अरपा नदी के छठ घाट पर विशेष स्वच्छता अभियान आयोजित किया।
लगातार पांचवें वर्ष आयोजित इस पहल में एसईसीएल परिवार के करीब 100 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। सीएमडी हरीश दुहन के नेतृत्व एवं अधिकारियों की उपस्थिति में टीम ने घाट परिसर की सफाई करते हुए कचरा एकत्र किया, प्लास्टिक बोतलें और अन्य अपशिष्ट हटाए। केवल एक घंटे की सामूहिक मेहनत से घाट का स्वरूप निखर गया और स्थानीय लोगों में स्वच्छता का संदेश गया।
सीएमडी हरीश दुहन ने कहा, “एसईसीएल केवल उत्पादन में ही नहीं, सामाजिक जिम्मेदारी में भी अग्रणी है। यह अभियान हमें दिखाता है कि जब हम सब एक साथ आते हैं तो सकारात्मक बदलाव संभव है। अरपा नदी के प्रति यह हमारी आस्था और जिम्मेदारी दोनों है।”
स्वयंसेवकों ने अभियान के दौरान “स्वच्छता ही सेवा है” का नारा लगाते हुए स्वच्छ और स्वस्थ समाज की दिशा में कदम बढ़ाने का आह्वान किया। एसईसीएल का यह प्रयास केवल नदी और घाट की सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में जन-जागरूकता और नागरिक उत्तरदायित्व को प्रोत्साहित करने वाला भी है।
इस प्रकार एसईसीएल ने अरपा नदी घाट की स्वच्छता और सामाजिक जागरूकता में महत्वपूर्ण योगदान दिया और स्थानीय लोगों के लिए स्वच्छता का सशक्त संदेश स्थापित किया।