बालोद जिले में विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण और गिरदावरी सूची पठन कार्य जारी

बालोद जिले में एग्रीस्टैक परियोजना के तहत आयोजित विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण और गिरदावरी सूची का पठन कार्य निरंतर जारी है। अतिरिक्त तहसीलदार सुश्री संध्या नामदेव ने ग्राम मुजगहन में इसकी समीक्षा की। इस दौरान किसानों को जल संरक्षण और ग्रीष्मकालीन धान के स्थान पर दलहन, तिलहन व अन्य फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। डिजिटल सर्वेक्षण के माध्यम से फसल और रकबे की सटीक जानकारी एकत्रित कर योजनाओं में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित की जा रही है।

Oct 8, 2025 - 19:07
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बालोद जिले में विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण और गिरदावरी सूची पठन कार्य जारी

UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद । बालोद जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी एग्रीस्टैक परियोजना के तहत ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण और गिरदावरी सूची पठन का कार्य निरंतर जारी है। कलेक्टर  दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखंडों में निर्धारित तिथियों पर यह विशेष ग्राम सभा आयोजित की जा रही है।

आज अतिरिक्त तहसीलदार बालोद,  संध्या नामदेव ने ग्राम पंचायत मुजगहन में आयोजित विशेष ग्राम सभा में उपस्थित होकर गिरदावरी सूची के पठन कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच, अन्य जनप्रतिनिधि, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, समिति प्रबंधक एवं अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।

विशेष ग्राम सभा में किसानों को ग्रीष्मकाल में बढ़ते जल संकट को देखते हुए धान के बजाय दलहन, तिलहन और अन्य फसलें उगाने के लिए प्रेरित किया गया। डिजिटल फसल सर्वेक्षण के तहत किसानों के रकबे और बोई गई फसल की जानकारी ग्रामीणों को दी गई तथा ग्राम पंचायत के सूचना पटल पर सूची चस्पा की गई।

राज्य शासन के निर्देशानुसार मोबाइल ऐप के माध्यम से किया गया डिजिटल सर्वेक्षण फसल की भौगोलिक स्थिति और फोटो के साथ रियल टाइम में दर्ज किया गया। इस पहल से त्रुटिरहित फसल गिरदावरी सुनिश्चित की जा रही है और किसानों को फसल ऋण, विशेषज्ञ सलाह और बाजार उपलब्ध कराने में एग्रीस्टैक पोर्टल से मदद मिलेगी।

इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के अलावा अधिकारी-कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे। डिजिटल फसल सर्वेक्षण और विशेष ग्राम सभा की यह प्रक्रिया जिले में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।