बालोद में एग्रीस्टैक परियोजना के तहत विशेष ग्राम सभाओं में डिजिटल फसल सर्वेक्षण सूची का पठन जारी
बालोद जिले में राज्य शासन की एग्रीस्टैक परियोजना के अंतर्गत डिजिटल फसल सर्वेक्षण की गिरदावरी सूची का पठन विशेष ग्राम सभाओं में जारी है। कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देश पर आयोजित इन ग्राम सभाओं में पटवारियों और पंचायत सचिवों द्वारा खरीफ 2025-26 की फसल संबंधी जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है। ग्राम पंचायतों के सूचना पटल पर सर्वे सूची चस्पा कर ग्रामीणों को अपने रकबे और फसल की जानकारी देखने की सुविधा दी गई है। डिजिटल सर्वेक्षण के माध्यम से अब त्रुटिरहित गिरदावरी संभव हो सकी है, जिससे किसानों को ऋण, तकनीकी सलाह और बाजार उपलब्धता जैसी योजनाओं में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होगी।

UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी एग्रीस्टैक परियोजना के तहत बालोद जिले में ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण की गिरदावरी सूची का पठन निरंतर जारी है। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखंडों में आयोजित इन सभाओं में पटवारियों और पंचायत सचिवों द्वारा खरीफ वर्ष 2025-26 के अंतर्गत फसल सर्वेक्षण से संबंधित विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी जा रही है।
ग्राम बिरेतरा, भोथली और पड़कीभाट सहित कई पंचायतों में आज विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की गईं, जिनमें डिजिटल गिरदावरी सूची को सार्वजनिक रूप से पढ़ा गया और सूचना पटल पर चस्पा किया गया। ग्रामीण अपने रकबे और फसलों की जानकारी का अवलोकन कर रहे हैं।
राज्य सरकार के निर्देशों के तहत मोबाइल ऐप के माध्यम से खेतों की वास्तविक स्थिति और फसल की तस्वीरें अपलोड कर रियल टाइम डिजिटल सर्वे किया गया है। भू-नक्शों के जीओ-रिफ्रेशिंग के बाद अब सर्वेक्षण में त्रुटि की संभावना समाप्त हो गई है। इस पहल से योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसानों को ऋण, तकनीकी सलाह से लेकर बाजार उपलब्ध कराने तक में एग्रीस्टैक पोर्टल सहायक साबित होगा।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। एग्रीस्टैक परियोजना किसानों के लिए कृषि प्रबंधन में तकनीकी क्रांति साबित हो रही है।