अभाविप ने पांडातराई में कराया 301 कन्याओं का कन्या भोज, नवरात्र में सामाजिक समरसता का संदेश
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने शारदीय नवरात्र के अवसर पर पांडातराई में 301 कन्याओं का कन्या भोज आयोजित किया। कार्यक्रम में कन्याओं का पूजन और सम्मान कर मातृशक्ति व सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया। कवर्धा और बोड़ला में भी कन्या भोज का आयोजन हुआ।

UNITED NEWS OF ASIA. कबीरधाम| अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर अपने प्रतिवर्ष आयोजित “समरसता कन्या भोज” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। इस वर्ष पांडातराई इकाई में 301 कन्याओं का कन्या भोज आयोजित किया गया, वहीं कवर्धा में 21 कन्याओं और बोड़ला में 21 कन्याओं का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कन्याओं का पूजन कर उन्हें माता भगवती का स्वरूप मानते हुए श्रद्धापूर्वक भोजन कराया गया।
जिला संयोजक गजाधर वर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति और सृजन की प्रतीक माना गया है। कन्याओं का पूजन और उन्हें भोजन कराना समरसता, संस्कार और परंपरा का प्रतीक है। विद्यार्थी परिषद हर वर्ष इस आयोजन के माध्यम से सामाजिक समरसता और मातृशक्ति के प्रति आदर का संदेश देती है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कन्या भोज का एक विशेष महत्व है, क्योंकि बच्चों के रूप में मां दुर्गा स्वयं कन्या के रूप में आकर प्रसाद ग्रहण करती हैं। इससे घर, परिवार और क्षेत्र में खुशहाली और शांति का वातावरण बना रहता है।
इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद के समस्त कार्यकर्ता और नगर के समाजसेवी भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि सामाजिक समरसता और मातृशक्ति के सम्मान का भी संदेश देता है।