खेल बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण की आधारशिला हैं – विधायक भावना बोहरा ने 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का किया शुभारंभ
कवर्धा में 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ विधायक भावना बोहरा ने किया। 440 खिलाड़ियों की सहभागिता, खेलों से व्यक्तित्व और अनुशासन निर्माण पर दिया जोर।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । कबीरधाम जिले के स्वामी करपात्री स्टेडियम में आज 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने माँ सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विदेशी राम धुर्वे, संतोष पटेल, कलेक्टर गोपाल वर्मा सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी और खेल प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
विधायक भावना बोहरा ने अपने संबोधन में कहा कि खेल केवल शारीरिक विकास का माध्यम नहीं, बल्कि बच्चों के समग्र व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। खेल अनुशासन, आत्मविश्वास, टीम भावना और समय प्रबंधन जैसी जीवन मूल्यों को सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि कबीरधाम जिले में इस स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन जिले के लिए गर्व की बात है। यह न केवल बच्चों को प्रतिस्पर्धात्मक मंच प्रदान करेगा, बल्कि खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे खेल भावना के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन करें।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि प्रशासन ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की हैं। प्रतिभागियों के लिए आवास, परिवहन, चिकित्सा सुविधा और सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं ताकि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
इस प्रतियोगिता में बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर और सरगुजा संभागों से 440 खिलाड़ी (220 बालक और 220 बालिका) भाग ले रहे हैं। इनके साथ 150 अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद हैं। प्रतियोगिता 10 से 13 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें व्हॉलीबॉल, सॉफ्टबॉल और हैंडबॉल की विभिन्न स्पर्धाएँ आयोजित की जा रही हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक जिला क्रीड़ा अधिकारी के मार्गदर्शन में सभी व्यायाम शिक्षक आयोजन की सफलता सुनिश्चित कर रहे हैं। कार्यक्रम ने जिले में खेल संस्कृति को नई ऊर्जा और दिशा देने का कार्य किया है, जिससे युवा पीढ़ी में अनुशासन और राष्ट्र निर्माण की भावना और प्रबल होगी।