पन्ना नेशनल पार्क में पर्यटन को बढ़ावा, मुख्यमंत्री ने दिखाई 10 नई वीविंग कैंटर बसों को हरी झंडी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना नेशनल पार्क में 10 नई वीविंग कैंटर बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, अब एक साथ 19 पर्यटक ले सकेंगे जंगल सफारी का आनंद

Dec 8, 2025 - 14:12
 0  14
पन्ना नेशनल पार्क में पर्यटन को बढ़ावा, मुख्यमंत्री ने दिखाई 10 नई वीविंग कैंटर बसों को हरी झंडी

UNITED  NEWS OF ASIA. के के द्विवेदी, पन्ना | पन्ना मध्यप्रदेश में पर्यटन सुविधाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना नेशनल पार्क के मड़ला गेट से 10 नवीन वीविंग कैंटर बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल से पन्ना नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों को जंगल सफारी का अनुभव अब पहले से कहीं अधिक सहज और रोमांचक रूप में मिल सकेगा।

मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा उपलब्ध कराई गई इन नई कैंटर बसों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें एक साथ 19 पर्यटक बैठकर जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं। ये वीविंग कैंटर बसें सामान्य सफारी वाहनों की तुलना में अधिक लंबी और ऊंची हैं, जिससे पर्यटकों को जंगल और वन्यजीवों का बेहतर दृश्य देखने को मिलेगा। साथ ही यात्रा के दौरान अधिक स्थान और आराम भी उपलब्ध होगा।

इन बसों को विशेष रूप से बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। ऊंचाई अधिक होने के कारण वन्यजीवों की गतिविधियों को बिना किसी बाधा के देखा जा सकेगा, जिससे सफारी का अनुभव और भी यादगार बनेगा। इन बसों में बैठकर पर्यटक पन्ना के घने जंगल, प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के विचरण का नज़ारा सुरक्षित और सुकून के साथ कर सकेंगे।

नई कैंटर बसों के संचालन से उन पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें पहले ऑनलाइन बुकिंग न मिलने के कारण जंगल सफारी का अवसर नहीं मिल पाता था। अब पर्यटकों को नेशनल पार्क के एंट्री गेट से ही सफारी बुकिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे स्पॉट पर पहुंचने वाले पर्यटकों को भी सफारी का मौका मिल सकेगा।

वीविंग कैंटर बसों से सफारी का शुल्क प्रति व्यक्ति या प्रति राउंड लगभग 1150 से 1450 रुपये रखा गया है। यह सुविधा न केवल पन्ना नेशनल पार्क बल्कि प्रदेश के अन्य प्रमुख नेशनल पार्कों और पर्यटन स्थलों जैसे बांधवगढ़, कान्हा, पेंच, परसिली सहित कई स्थानों पर भी उपलब्ध कराई जाएगी।

यह पहल मध्यप्रदेश को वन्यजीव पर्यटन के क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाएगी और पर्यटकों को सुरक्षित, सुविधाजनक तथा यादगार जंगल सफारी का अनुभव प्रदान करेगी।