कुआकोंडा में रेडी-टू-ईट पोषण आहार उत्पादन यूनिट का वन मंत्री केदार कश्यप ने किया शुभारंभ

कुआकोंडा में दंतेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित रेडी-टू-ईट पोषण आहार यूनिट का वन एवं प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने उद्घाटन किया, जिससे 17,500 से अधिक महिलाओं और बच्चों को लाभ मिलेगा।

Oct 12, 2025 - 15:45
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कुआकोंडा में रेडी-टू-ईट पोषण आहार उत्पादन यूनिट का वन मंत्री केदार कश्यप ने किया शुभारंभ

UNITED NEWS OF ASIA. नवीन चौधरी, बचेली/दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा विकासखंड में दंतेश्वरी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित रेडी-टू-ईट पोषण आहार उत्पादन यूनिट का शुभारंभ बड़े ही उत्साह और पारंपरिक श्रद्धा के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री एवं वन, जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता और संसदीय कार्य विभाग के मंत्री केदार कश्यप, विधायक चैतराम अटामी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और महिला स्व-सहायता समूह की दीदियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का आरंभ माँ दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना से हुआ। इसके बाद प्रभारी मंत्री श्री कश्यप ने फीता काटकर यूनिट का उद्घाटन किया और बटन दबाकर मशीनों को चालू किया। उन्होंने उत्पादन एवं पैकेजिंग प्रक्रिया का निरीक्षण किया और तैयार हो रहे रेडी-टू-ईट पैकेटों की गुणवत्ता देखी।

वन एवं प्रभारी मंत्री श्री कश्यप ने अपने संबोधन में महिला समूह की महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह पहल जिले के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि पहले क्षेत्र में जो समस्याएँ थीं, वे अब दूर हो रही हैं और महिलाओं की सकारात्मक जागरूकता के कारण वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन रही हैं। मंत्री ने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और पोषण युक्त आहार को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, महिला कोष ऋण योजना और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान जैसी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया।

विधायक श्री चैतराम अटामी ने कहा कि कुपोषण को समाप्त करना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने महिलाओं से स्वयं सहायता समूहों में शामिल होने की अपील की ताकि वे आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बन सकें। महिला बाल विकास अधिकारी वरुण नागेश ने बताया कि आने वाले समय में रेडी-टू-ईट आहार कुआकोंडा, किरंदुल, कटेकल्याण और बड़ेगुडरा परियोजनाओं में वितरित किया जाएगा।

इस यूनिट से लगभग 13,000 बालक-बालिकाएं, 2,000 गर्भवती महिलाएं और 2,500 शिशुवती माताएं लाभान्वित होंगी। पोषण आहार के सेवन से बच्चों में कुपोषण घटेगा और गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं में एनीमिया की समस्या कम होगी। यह परियोजना महिला समूहों को आर्थिक लाभ और स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि संतोष गुप्ता, कलेक्टर कुणाल दूदावत, डीएफओ सागर जाधव सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।