
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर CBI की छापेमारी के विरोध में 27 मार्च को कांग्रेस प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार का पुतला दहन कर CBI और ED की कार्रवाई को ‘द्वेषपूर्ण’ बताते हुए विरोध जताएंगे।
CBI की बड़ी कार्रवाई, दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापे
महादेव सट्टा एप घोटाले में CBI की टीम ने रायपुर, भिलाई सहित राज्य के 24 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व IAS अनिल टुटेजा, IPS आनंद छाबड़ा, ASP अभिषेक महेश्वरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों व कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश दी।
चैतन्य बघेल से पूछताछ, ASP अभिषेक महेश्वरी का घर सील
CBI ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास में उनके बेटे चैतन्य बघेल से पूछताछ की, जबकि बघेल परिवार केंद्रीय सुरक्षा बलों की निगरानी में अपने रायपुर निवास में मौजूद रहा। वहीं, ASP अभिषेक महेश्वरी के राजनांदगांव स्थित घर को CBI ने सील कर दिया है।
महादेव सट्टा एप मामला: जानिए क्यों हुई छापेमारी
महादेव सट्टा एप घोटाले की जांच ED ने जनवरी 2024 में शुरू की थी। अगस्त 2024 में छत्तीसगढ़ सरकार ने इस मामले को CBI को सौंप दिया। इसके बाद 4 मार्च 2025 को ACB द्वारा दायर चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था। उन पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात, जालसाजी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज है।
कांग्रेस का सरकार पर हमला, प्रदर्शन में दिखेगा विरोध का जोर
CBI रेड के बाद कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। पार्टी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विपक्षी नेताओं को डराने के लिए CBI और ED का दुरुपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस 27 मार्च को प्रदेशभर में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेगी।
मुख्य बिंदु:
- CBI की बड़ी कार्रवाई: 24 से अधिक स्थानों पर छापेमारी
- भूपेश बघेल समेत कई बड़े नेता जांच के घेरे में
- ASP अभिषेक महेश्वरी का घर सील, चैतन्य बघेल से पूछताछ
- महादेव सट्टा एप घोटाले में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप
- 27 मार्च को कांग्रेस का राज्यभर में विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन













