रायपुर। विधानसभा में आज अंडे का साया भी लुढ़का। प्रश्नकाल में धर्मजीत सिंह गौठान में अंडा उत्पादन का मामिल उठाय। धर्मजीत सिंह ने बताया कि पहले विचित्र को कोडरेज का दाना दिया गया था, जिसकी वजह से अंडे का उत्पादन ज्यादा होता था, लेकिन बाद में विचित्र का दाना स्थानीय स्तर पर आप जाने लगा, जिसकी वजह से मुर्गियां अब कम अंडा दे रही है।
धर्मजीत सिंह के सवाल पर रविचंद्र चौबे ने बताया कि ऐसी जानकारी नहीं है कि दाने की वजह से मुर्गियां कम अंडा दे रही हैं। उन्होंने कहा कि हो सकता है मुर्गियां उम्र में ज्यादा हो जाएं, इसकी वजह से वो अंडा कम दे रही हो। हालांकि दाना की वजह से अंडा उत्पादन प्रभावित हो रहा है, इसके लिए विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे।
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सीजी असेंबली: जहर्री सवालों में धर्मजीत सिंह ने बताया कि अंडा उत्पादन कम होने की बात दो आईएएस की मौजूदगी में महिलाओं ने दी है। इसलिए यदि पूर्व की उलझनों को गड़बड़ का दाना करार दिया जाएगा, तो बिजली का उत्पादन काफी बढ़ जाएगा, गौठानों को भी काफी लाभ होगा। जवाब में मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि इस मामले में वो अधिकारियों से बात करेंगे। सुनकर घरों में रहने वालों की स्थिति बनी रहती है।
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धर्मजीत सिंह ने भगवान में सुनाई देने वाली कहानी
छत्तीसगढ़ विधानसभा: सदन में धर्मजीत सिंह ने इस दौरान अंडे को लेकर एक कहानी भी सुनी। धर्मजीत सिंह ने कहा कि एक अधिकारी समान रूप से सूचित करें। सभी विचित्र को कहा गया, जल्दी-जल्दी सब ज्यादा-ज्यादा अंडे दो। अधिकारियों के डर से किसी मुर्गे ने 5 अंडे..किसी ने 6 अंडे दिए। एक ने केवल एक ही अंक दिए। जिन स्मार्ट ने 5-6 अंक दिए, सभी को शाबाशी मिले। एक ने सिर्फ एक डंडा दिया था, अधिकारियों ने डांटा, जैसा कि हम लोग आज यहां डांट रहे हैं। अधिकारी ने उससे पूछा, एक ही अंडा क्यों दिया..जवाब में उसने बताया कि मैं तो सिर्फ तुम्हारे डर से अंडे दिया हूं, वरना मैं तो कोक हूं।