
बॉलीवुड की कोई एक सुपरहिट फिल्म देने वाले वो डायरेक्टर नहीं थे जिनके लिए कहा जाता था कि वो मसाला फिल्मों के मास्टर हैं। मनमोहन बॉलीवुड में ‘मनजी’ के नाम से मशहूर थे और अपने नाम की मिलती-जुलती फिल्में बनाते थे। लॉस्ट एंड फाउंडर्स थीम पर उन्होंने कई फिल्में नहीं बनाईं, जिन्को लोगों ने पसंद किया और वो सुपरहिट हो गए। उनकी इस थीम के बाद कई फिल्म निर्माताओं ने अपना लिया। ये वही निर्देशक हैं, जो अमिताभ को हड़काने में देर नहीं लगे थे। इस बात का खुलासा उनके साथ फिल्मों में काम कर चुके बॉलीवुड स्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने कर दिया।
अमिताभ बच्चन ने मनमोहन देसाई के साथ कई फिल्मों में काम किया है। ‘गंगा जमुना सरस्वती’, ‘कुली’, ‘परवरिश’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘देश प्रेमी’, ‘सुहाग’, ‘नसीब’, ‘मर्द’ और ‘तूफान’ जैसी फिल्में तो ऐसी हैं, जिनको लोगों ने काफी प्यार किया। दोनों की जोड़ी ने उस दौर में बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया। सब कुछ परफेक्शन होने के बाद भी मनमोहन सच में डपट क्यों देते थे? और इसका क्या कारण था कि अमिताभ भी नाराज़ रहते थे।
अमिताभ के लिए हारे के सहार बने थे मनमोहन देसाई
मनमोहन देसाई 20 साल की उम्र में फिल्म डायरेक्टर बन गए थे। उन्होंने पहली फिल्म राज कपूर और नूतन को लेकर बनाई, जिसका नाम ‘छलिया’ रखा गया। साल 1974 में पहली बार मनमोहन देसाई और अमिताभ बच्चन की मुलाकात हुई थी। यही दौर था, जब अमिताभ अपने सबसे मुश्किल समय से गुजर रहे थे। उनकी कई फिल्में फ्लॉप हो गई थीं। इस बार मनजी अपनी फिल्म ‘परवरिश’ की तैयारी कर रहे थे। कुछ लोगों ने अमिताभ का नाम सुझाया, इसके बाद उन्होंने इस फिल्म में लिया। उनके साथ शम्मी कपूर, विनोद जयंती, नीतू सिंह और शबाना आजमी भी शामिल हुईं। ये उस साल की ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी। देसाई एकमात्र ऐसे डायरेक्टर हैं, जिन्होंने एक के बाद एक 11 फिल्में जुबली हिट कीं, जिनमें से 4 गोल्डन जुबली और 7 सिल्वर जुबली थीं।
अमिताभ को डांटते थे मनजी
शत्रुघ्न सिन्हा उन्होंने अरबाज खान के चैट शो द इनविंसिबल्स में मनमोहन देसाई की फिल्मों की पूरी स्क्रिप्ट को किसी ने पूरी तरह से नहीं सुना होगा, क्योंकि वह डांटते थे। उन्होंने कहा, ‘अमिताभ बच्चन से पूछें, मेरा ख्याल है कि बहुत सारे लोग दे मनमोहनसाई की आज तक कोई भी स्क्रिप्ट पूरी नहीं सुनी थी। वो अमिताभ बच्चन को भी डांट देते थे, यारी दोस्ती में प्यार मोहब्बत में।’
‘कालीचरण’ की पटकथा सुनने के दौरान सो गए शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा ने इसी दौरान एक दिलचस्प किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि वह किस तरह ‘कालीचरण’ की स्क्रिप्ट स्कोरिंग सो गए थे। उन्होंने कहा, ‘मैं शूटिंग करके घर का संदेश भेज रहा हूं तो देखा कि सुभाष घटी बैठे हैं तो मैंने कहा कि ये तो घर का आदमी है। वो सही कह रहे हैं कि मैं सो गया था, लेकिन ये नहीं कहते कि सुबह चार बजे कहानी सुन रहे थे। ब्रह्म मुहूर्त में। वो मेरी कहानी सुन रहे थे ‘कालीचरण’ की। कोई रामायण और गीता सुना रहे थे कि मैं जागूं। अरे ‘कालीचरण’ सुन रहे थे, तो मैं सो गया वहां’। इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा से अरब खान ने पूछा कि फिर आपने ‘कालीचरण’ की पूरी स्क्रिस्ट कब सुनी? तो उन्होंने कहा-कभी नहीं।
सुभाष की वजह से हुई बॉलीवुड में ब्रदर एंट्री
मनमोहन देसाई के बड़े भाई सुभाष भी फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने ही मनमोहन देसाई का नाम एक्शन फिल्मों में डायरेक्टर के लिए सुझाया था। इसके बाद मनमोहन देसाई ने संबद्ध निदेशक के तौर पर लंबे समय तक काम किया।
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पहले प्रकाशित : 05 मार्च, 2023, 09:28 IST



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