सुरक्षा परिषद ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयानों के अनुसार, ”सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए छठी कक्षा से आगे के पुस्तकालयों के निलंबन को लेकर एक बार फिर से गहरी चिंता व्यक्त की है।
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त सुरक्षा राष्ट्र परिषद (यूएनएससी) ने अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर लगातार आपत्ति की घोषणा करते हुए देश के तालेबान शासकों को मंगलवार को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया। सुरक्षा परिषद ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयानों के अनुसार, ”सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए छठी कक्षा से आगे के पुस्तकालयों के निलंबन को लेकर एक बार फिर से गहरी चिंता व्यक्त की है। सुरक्षा परिषद अफगानिस्तान के विकास और प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों की पूर्ण, समानता और प्रासंगिकता भागीदारी की मांग करती है। ”
मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने अफगानिस्तान में महिलाओं को गैर-सरकारी संगठनों के लिए काम करने से रोकने के फैसले के भयानक की ओर भी इशारा किया। दरअसल, तालेबंदी के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। तालेबंदी के इस फैसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज़बरदस्ती है और अफ़ग़ानिस्तान के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन भी हो रहे हैं।
मानवों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त तुर्क ने जिनेवा से एक बयान जारी कर कहा, ”कोई भी देश अपनी पहले की आबादी को छोड़कर सामाजिक और आर्थिक रूप से विकास नहीं कर सकता।” उन्होंने कहा, ”महिलाओं और लड़कियों पर विचार करते हैं। ये प्रतिबंध न केवल अफ़ग़ानिस्तान में सभी लोगों के दर्द को बढ़ाएंगे, बल्कि मुझे डर है कि इससे अफ़ग़ानिस्तान की सीमाओं से परे एक ख़तरा भी पैदा होगा।”
तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सम्मान करने वाले अधिक उदार शासन का वादा करने के बावजूद व्यापक रूप से इस्लामिक कानून लागू किए हैं। उन्होंने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में लड़कियों की शिक्षा ग्रहण करने पर प्रतिबंध लगा दिया है, महिलाओं में अधिकांश नौकरियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और उन्हें सार्वजनिक रूप से सिर से पैर तक उठाने वाले कपड़े पहनने का आदेश दिया है। इसके अलावा महिलाओं के पार्क और जिम में भी पाबंदी है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।