
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी) ने शुक्रवार को एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्धाटन करने के बाद कहा कि एलईडी बल्ब से बिजली का बिल कम हो गया है। एलईडी बल्ब से करीब 4 करोड़ टन कम कार्बनडाइआक्साइड पर्यावरण में जाने से रुक रहा है, अर्थात प्रदूषण कम हो रहा है। देश में बल्ब (LED) की मांग तेजी से बढ़ रही है। सीसीटीवी (LED) को लाइट एमिटिंग हाइलाइट कहते हैं। जब अधूरे चालक पदार्थ से पास होते हैं तो छोटे चिपचिपे को रोशनी प्रदान करता है, उन लोगों को चिपकू (एलईडी) कहा जाता है। यह सबसे ज्यादा ऊर्जा और रोशनी देता है। खास बात यह है कि बल्ब को रिसाइकिल (पुनर्नवीनीकरण) किया जा सकता है। चमचा में सीएफएल (सीएफएल) बल्बों की तरह पर्स (पारा) नहीं होता है, लेकिन इसमें लेड (लेड) और निकल (निकल) जैसे घटक शामिल होते हैं। इसीलिए आज हम आपको इससे जुड़े कारोबार की जानकारी दे रहे हैं।
ऐसे में अगर आप अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो एलईडी बल्ब का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत कई संस्थाएं झांसे में लेकर शिक्षा दे रही हैं।
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दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी एलईडी बल्ब बनाने का एक कोर्स करवाती है। इस कोर्स के लिए करीब 5000 रुपये का ऑफर दिया गया है। यहां आपको चिपकने के बारे में हर तरह की जानकारी दी जाएगी और चिपकने के तरीके के बारे में बताया जाएगा।
LED बल्ब से बिजली का बिल कम हुआ है।
इसका एक और महत्वपूर्ण पहलू है।
एलईडी बल्ब से करीब 4 करोड़ टन कार्बनडाइअक्साइड पर्यावरण में जाने से रुक रहा है, यानी कुल कम हो रहा है: पीएम @नरेंद्र मोदी— पीएमओ इंडिया (@PMOIndia) जुलाई 10, 2020
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प्रथम प्रकाशित : 10 जुलाई, 2020, 14:07 IST
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