
रामचरितमानस विवाद: रामचरितमानस पर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों ने अटका दिया है। जिस पर आए दिन राजनीति हो रही है। समाजवादी पार्टी की आलोचना बीजेपी ने तो की ही है अब इस पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार में भूपेश बघेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर ब्योजा वाद-विवाद करना ही गलत है, हमें रामचरितमानस के मूल तत्व को चुनेंगे।
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मरा-मरा कहेंगे तो भी आखिरी में राम ही बोलेंगे: बघेल
पत्रकार के सवाल से पत्रकार बघेल ने कहा “बात रामायण के बारे में है राम को किसी भी रूप में देखिये चाहे आप मरा-मरा कहिये फाइनल में राम-राम निकल ही जाएंगे… क्या फर्क है, आप किसी भी नाम से जपें रामचरितमानस के सकारात्मक पहलू हैं जिन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए। वाद-विवाद करना गलत है, जो अछि चीजें हैं उसे ग्रहण कर लेते हैं, दो चार चौपाया से ग्रंथ को कोई फर्क नहीं पड़ता है, मूल तत्व को लेना जरूरी है। हर एक व्यक्ति के लिए सही नहीं होता है।
#घड़ी | छत्तीसगढ़: हम भगवान राम को किसी भी रूप में देख सकते हैं, कोई मरा मरा कहता है तो कोई राम राम कहता है, क्या फर्क पड़ता है?… रामचरित्रमानस के सकारात्मक पहलू हैं जिन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए…: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (03.02) pic.twitter.com/yJA22jHvdS
– एएनआई एमपी/सीजी/राजस्थान (@ANI_MP_CG_RJ) 4 फरवरी, 2023
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अब जानिए क्या है रामचरितमानस विवाद:
कुछ दिनों पहले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के कुछ चौपाइयों पर सवाल करते हुए कहा था कि जो धर्म जाली, जाली, और महिलाओं का विरोध करता है, ऐसे धर्म का सत्यानाश हो। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में कुछ पंक्तियां शामिल हैं ‘तेली’ और ‘कुम्हार’ जैसे नामों का उल्लेख है जिससे लाखों लोगों की होती हैं। इन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
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