
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट द्वारा सरकार पर जबरन कार्रवाई के आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कड़ा पलटवार किया है। सीएम साय ने कहा कि सचिन पायलट के आरोप निराधार और मिथ्या हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां सोच-समझकर ही कार्रवाई करती हैं। अगर किसी को अन्याय महसूस हो रहा है, तो न्यायालय का दरवाजा खुला है।
दरअसल, आज सचिन पायलट रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे, जहां उन्होंने जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की। इस दौरान पायलट ने कहा कि जो लोग भाजपा की विचारधारा का विरोध करते हैं, सरकार उनके खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
उन्होंने कहा,
“यह व्यक्ति विशेष की लड़ाई नहीं है, बल्कि एक विचारधारा के खिलाफ संघर्ष है। भाजपा की सरकार पूरे देश में सरकारी एजेंसियों के माध्यम से लोगों का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रही है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और न्यायालय में इस लड़ाई को जारी रखेंगे।”
मुख्यमंत्री साय ने पायलट के इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा,
“सरकार किसी के खिलाफ निजी दुश्मनी के तहत कार्रवाई नहीं कर रही। कानून और व्यवस्था के दायरे में जो भी गलत करेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें कि कवासी लखमा को एक बड़े घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। वहीं, भाजपा ने इसे न्यायिक प्रक्रिया करार दिया है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।













