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UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। राजधानी के खम्हारडीह थाना क्षेत्र में 11 फरवरी को हुई दिनदहाड़े 60 लाख रुपये की डकैती का पुलिस ने 30 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। इस मामले में नागपुर के दो अंतरराज्यीय बदमाशों और एक महिला समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस डकैती की मास्टरमाइंड पीड़ित की बहन नेहा त्रिपाठी निकली, जो पूर्व में एक डीएसपी की बेटी रही है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 59.50 लाख रुपये नगद, सोने के आभूषण और वारदात में इस्तेमाल की गई दो कारें बरामद की हैं। रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने इस मामले का खुलासा करते हुए जांच टीम को 30,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
6 महीने पहले रची गई थी डकैती की साजिश
जांच में सामने आया है कि नेहा त्रिपाठी ने अपने मित्र बीएसएफ के रिटायर्ड सूबेदार मेजर ए. सोम शेखर के साथ मिलकर इस डकैती की योजना बनाई थी। ए. सोम शेखर, जो 2011 में बीएसएफ से सेवानिवृत्त हुआ था, रायपुर में जमीन दलाली और एनजीओ से जुड़ा हुआ था। वह पीड़ित परिवार को पहले से जानता था और उसे घर में रखे पैसों की जानकारी थी।
इसके बाद देवलाल वर्मा और कमलेश वर्मा के साथ मिलकर उसने इस योजना को अंजाम दिया। इस गिरोह में अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, शाहिद पठान, पिंटू सारवान और मनुराज मौर्य भी शामिल थे। आरोपियों ने कई दिनों तक घर की रेकी की और मतदान के दिन (11 फरवरी) वारदात को अंजाम दिया।
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
पीड़ित मनोहरण वेलू अपनी बहनों के साथ अनुपम नगर में किराए के मकान में रहता था। 11 फरवरी को दोपहर करीब 2:30 बजे दो लोग फौजी वर्दी में घर पहुंचे और किसी शिकायत के बारे में पूछताछ करने लगे। तभी एक अन्य व्यक्ति, जिसका चेहरा ढका हुआ था, घर में घुसा और मनोहरण को जमीन पर गिरा दिया।
इसके बाद चार नकाबपोश पुरुषों और एक महिला ने पिस्टल की नोंक पर पूरे घर को अपने कब्जे में लिया और 60 लाख रुपये नकद, 6 तोला सोना और तीन मोबाइल फोन लूट लिए। इस दौरान प्रार्थी की बहनों को पिस्टल दिखाकर धमकाया गया और इंजेक्शन लगाया गया ताकि वे बेहोश हो जाएं।
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला
घटना के तुरंत बाद रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने विशेष टीमों का गठन किया। ACCU की 10 टीमों ने इलाके के 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदिग्धों की पहचान की।
तकनीकी साक्ष्यों और गोपनीय सूत्रों की मदद से पुलिस ने राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदाबाजार और रायपुर में छापेमारी कर सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी:
- अजय ठाकुर (38) – दुर्ग निवासी
- राहुल त्रिपाठी (43) – गोरखपुर (उ.प्र.) निवासी
- नेहा त्रिपाठी (41) – गोरखपुर (उ.प्र.) निवासी
- देवलाल वर्मा (45) – रायपुर निवासी
- पुरुषोत्तम देवांगन (33) – बलौदाबाजार निवासी
- ए. सोम शेखर (56) – रायपुर निवासी
- शाहिद पठान (36) – नागपुर, महाराष्ट्र निवासी
- पिंटू सारवान (23) – बेमेतरा निवासी
- मनुराज मौर्य (31) – बिलासपुर निवासी
- कमलेश वर्मा (31) – रायपुर निवासी
आईजी ने जांच टीम को किया सम्मानित
रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने 30 घंटे के भीतर इस बड़े मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को 30,000 रुपये इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है और ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
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