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सोना किसी भी देश को आर्थिक संकट से उबरने में मदद कर सकता है। लेकिन हम पाकिस्तान के सोने के विक्रेता की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि देश के बलूचिस्तान प्रांत के सोने की माइंस की बात कर रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इन सोने की खानों के बारे में जिनमें से बहुत से लोग अब तक अंजान हैं।
पैसे-पैसे का मोहताज पाकिस्तान ने अपनी इंडस्ट्री को स्थिर करने के लिए भीख का कटोरा लिए कभी सऊदी अरब तो कभी चीन के दरवाजे पर टच दे रहा है। मिन्नते की और आर्थिक मदद के लिए जोर भी लग रहा है। पाकिस्तान का आर्थिक संकट इस वक्त के वित्तीय संकट से आगे निकल जाएगा, कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है। लेकिन इस देश की एक ही उम्मीद बची है, और वो है सोना। दरअसल, सोना किसी भी देश को आर्थिक संकट से उबरने में मदद कर सकता है। लेकिन हम पाकिस्तान के सोने के विक्रेता की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि देश के बलूचिस्तान प्रांत के सोने की माइंस की बात कर रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इन सोने की खानों के बारे में जिनमें से बहुत से लोग अब तक अंजान हैं।
सोने-तांबे की मीलों सेकेगी की बदली
अकेले सोने-तांबे की माइम्स में ही पाकिस्तान को इस विकट स्थिति से उबरने की ताकतें हैं। बलूचिस्तान प्रांत में स्थित इन मीलों में सैकड़ों टन सोना पड़ा है। सोने और ब्रेज़ेन के शौकीन विशाल पाकिस्तान को बचा सकते हैं। हालांकि इतने बड़े लेकर मात्रा में सोने की खपत को लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट या जमा नहीं दिया गया है, लेकिन उम्मीद है कि इस तरह से पाकिस्तान फिर से पलक झपकते ही चमकेगा। बलूचिस्तान प्रांत में स्थित रेको दिक माइ दुनिया की सबसे बड़ी सोने और ब्रेज़ेन की खानों में से एक है।
यह जगह है ब्रेज़ेन-सोने का सबसे बड़ा विक्रेता
पाकिस्तान की व्यवसायिक स्थिति बहुत खराब है। लेचा शाहबाज सरफराज सरकार पैकेज के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सहित अन्य देशों से मदद की मांग कर रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की असली दौलत ये छुपा हुआ सोना और ब्रेंज की माइनस में है। इसमें अरबों टन सोना और ब्रेज़ेन का बाज़ार है। रेको दिक माइंस बलूचिस्तान के चगाई जिले के रेको दिक कस्बे के पास स्थित है। इस मील का पाकिस्तान में ब्रेज़ेन-सोने का सबसे बड़ा भंडार है। एक अनुमान के अनुसार यहां लगभग 590 मिलियन टन खनिज भण्डार हैं। सूचनाओं के मुताबिक विदेशों में करीब 0.22 ग्राम सोना और करीब 0.41 सेंट तांबी उपलब्ध है। मीली ईरान और अफ़ग़ानिस्तान की सीमा के पास एक गुप्त ज्वाला के पास है। पाकिस्तान की सरकार इन बहु-अरब डॉलर के सोने और ब्रेज़ेन की खानों से व्यवसाय को पलट सकती है।
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