भूवैज्ञानिकों, राज्य आपदा राहत बल (एसडी रेटिंग), अग्निश्मन सेवा और स्थानीय पुलिस की टीम के साथ चमोली के ऊपरी जिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक ने मारवाड़ी, मनोहर बाग और सिंहधार वार्ड में स्थित दरवाजे और भूमि का वहां निरीक्षण किया।
गोपेश्वर। चमोली जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार को जोशीमठ के उन हिस्सों का दौरा किया जहां मकानों में दरारें आ गईं और उन्होंने शहर में धीरे-धीरे डूबने की आशंका के मद्देनजर लोगों को मदद का नुकसान पहुंचाया। भूवैज्ञानिकों, राज्य आपदा राहत बल (एसडी रेटिंग), अग्निश्मन सेवा और स्थानीय पुलिस की टीम के साथ चमोली के ऊपरी जिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक ने मारवाड़ी, मनोहर बाग और सिंहधार वार्ड में स्थित दरवाजे और भूमि का वहां निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। टीम ने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद की क्षति पहुंचाई। जोशीमठ के निवासियों ने मंगलवार को चेतावनी दी थी कि अगर राज्य सरकार ने उनके पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू नहीं की तो वे पैदल चलेंगे। जोशीमठ नगर के दांव के बारे में शैलेंद्र पंवार ने कहा कि कस्बे में दरार वाले कमरों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 600 से अधिक हो गई।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
अन्य समाचार