
मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने पर भारी संख्या में कर्मचारी शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आ रहे हैं। प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने पीटीआई/को बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार शाम 6 बजे तक दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया।
माघ मेला के तृतीय स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर शनिवार को दो करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में प्रवेश किया। इस बीच, फेयर एडमिनिस्ट्रेशन ने हेलीकॉप्टर से साधु संतों और भक्तों पर पुष्प वर्षा की। मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने पर भारी संख्या में कर्मचारी शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आ रहे हैं। प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने पीटीआई/को बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार शाम 6 बजे तक दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया।
शुक्रवार शाम से ही भारी संख्या में कर्मचारी मिलने वाले क्षेत्रों में आने लगे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से अधिक कर्मी प्रतिबंधित किए गए हैं जिनमें नागरिक पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार पुलिस, एलआईयू की टीम, खुफिया विभाग के अधिकारी, रेटिंग्स, एंडी रेटिंग, जल पुलिस आदि के कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मील में रिवर एंबुलेंस और नाविंग पुलिस चौकी की भी व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी, शरीर पर पकड़ योग्य प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी प्रौद्योगिकी से लोगों पर नजर रखी जा रही है।
मौनी अमावस्या पर मेले में आए प्रमुख संत- ज्योतिष पादधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद, सुमेरु स्थिकाधीश्वर स्वामी नरेंद्रंद सरस्वती, किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि आदि शामिल हैं। वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी संगम पर चढ़ते हुए पहुंचे।
शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद ने बताया कि प्रयागराज में विशेष मौनी अमावस्या पर मौन संगम में स्नान करने से मन के पाप नष्ट हो जाते हैं और इस बार मौनी अमावस्या पर शनि अमावस्या का महायोग होने से गंगा स्नान फल होता है। माघ मेले का अगला स्नान 26 जनवरी को बसंत पंचमी, पांच फरवरी को माघी पूर्णिमा और 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर देगा जिसके साथ माघ लाभ मिलेगा।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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