
दिल्ली : पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी पर तंज कसा है और सीबीएससी की कार्रवाई को बिल्कुल सही कहा है। उल्लेखनीय है कि मनीष सिसोदिया का निर्वाचक क्षेत्र पटपड़ गंज भी पूर्वी दिल्ली में ही है और सांसद गौतम गंभीर के ही जिलों का हिस्सा है। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से मनीष सिसोदिया विधायक हैं।
एमसीडी चुनाव से ही आप और बीजेपी में तेजी आ गई है
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच की राजनीतिक तल्खी कोई नई नहीं है और दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाया-प्रत्यारोप उम्मीदवार रहने का कोई मौका नहीं है। खासकर कुछ महीने पहले संपन्न हुए दिल्ली नगर निगम के चुनाव में इन दोनों पार्टियों के बीच की कटुता कुछ ज्यादा ही बढ़ गई। आम आदमी पार्टी की सरकार की शराब नीति को लेकर दिल्ली बीजेपी आम आदमी पार्टी को बार-बार घोर निंदा कर रही है।
आप के लिए दिल्ली की जनता दुधारू गाय
इसी कड़ी में गौतम ने गंभीर कहा है कि जो गली गली में ठेके खोल रहे थे अगर इतनी साफ छवि है तो लीकर पॉलिसी को वापस क्यों लें? इस सवाल का आम आदमी पार्टी आज तक जवाब नहीं दे पाई. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को लीकर याचिका पर जवाब दिया जाना चाहिए। गौतम गंभीर ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली वालों के लिए दुधारू गाय यानी मिल्किंग काउ है। अभी एक दिन पहले ही गौतम गंभीर ने सिसोदिया की गिरफ्तारी पर शायराना तरह से एक लाइन ट्वीट की थी-‘गुनाह करके जहां गोगे ग़ालिब यह जमी यह आसमा सब आप का ही तो है’ गंभीर का यह ट्वीट अब तक 14 लाख से ज्यादा लोगों ने किया देखा है।
नई शराब नीति के तहत जारी किए गए थे 849 लाइसेंस
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में पिछले साल नई आबकारी नीति लागू हुई थी। पूरी दिल्ली को 32 जोन में साझा कर शराब के 849 लाइसेंस जारी किए गए थे। हर एक जोन में औसत 26 -27 सीटें खुल रही थीं। दिल्ली में इससे पहले तक 60 प्रतिशत सरकारी और 40 प्रतिशत निजी थी लेकिन इस नीति के तहत पूरी तरह से निजी हो गई थीं। दिल्ली के उपराज्यपाल की सीबीआई जांच की रेटिंग के बाद पुरानी पॉलिसी के तहत शराब की बिक्री की जाने लगी।
ये भी पढ़ें :- Manish Sisodia News:’दिप्ती सीएम ब्लॉकसूर हैं, उनके खिलाफ सीबीआई के पास कोई सबूत नहीं है’, सीएम केजरीवाल का दावा



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें