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जयशंकर ने न्यूजर्सी में भारतवंशियों के साथ सुनी ‘मन की बात’ का 100वां संस्करण

प्रतिरूप फोटो

एएनआई

जयशंकर ने कहा, ”तमाम फिट से ‘मन की बात’ की कहानी, पिछले नौ साल की कहानी है, यह चलने वाले भारत की कहानी है। यह ‘नये भारत’ के उभरने की कहानी है, यह भारत और दुनिया के बीच का संपर्क है।

समरसेट। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ भारत नए भारत की कहानी है और यह भारत और दुनिया के बीच संपर्क का माध्यम है। जयशंकर ने रविवार को प्रधानमंत्री के रेडियो मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें संस्करण का प्रसारण भारतवंशियों के साथ सुना। गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिक गणराज्य की अपनी आधिकारिक यात्रा की समाप्ति के बाद यहां आए जयशंकर ने रविवार को सुबह उठती हुई बात कही को संबोधित करते हुए एक कार्यक्रम आयोजित किया। जयशंकर ने कहा, ”तमाम फिट से ‘मन की बात’ की कहानी, पिछले नौ साल की कहानी है, यह चलने वाले भारत की कहानी है।

यह ‘नये भारत’ के उभरने की कहानी है, यह भारत और दुनिया के बीच का संपर्क है। आज बदला हुआ भारत है, ज्यादा वाइज भारत है, वैसे भी मैं जाम कि ज्यादा प्रेरक भारत है जो दुनिया से जुड़ रहा है।” अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्यदूत रणधीर जायसवाल, भारतीय-अमेरिकी सीनेटर केविन थॉमस, भारतीय अमेरिकी एसेम्बली सदस्य जेनिफर प्रिंस और एडिसन के मेयर सैम जोशी सहित भारतीय समुदाय के विभिन्न लोगों ने विशेष प्रसारण को सुना। जयशंकर ने इस दौरान बताया कि कैसे ‘मन की बात’ के दौरान हुई बातचीत और विचार ने भारत के लोगों को प्रभावित और प्रेरित किया। विदेश मंत्री ने कहा, ”कोविड के दौरान मेरे लिए ‘मन की बात’ बहुत खास था क्योंकि उस वक्त वक्ता देश की जनता को बचाने की जरूरत थी, जो उन्हें ‘मन की बात’ से मिली थी।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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