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स्तनों का कोमल होना या दर्द (mastalgia) कभी न कभी हर महिला इसका अनुभव करती है। स्तनों में दर्द ब्रेस्ट के जैसा दिखता है, चुभन, जलन दर्द या जकड़न जैसी चीजें महसूस करता है। स्तनों में दर्द की समस्या कभी-कभी या फिर लगातार भी हो सकती है। पुरुष और महिला दोनों को ये दर्द हो सकता है लेकिन महिलाओं में यह अधिकतर देखा गया है।
स्तनों में दर्द पीरियड के दौरान या उससे पहले आम है, पीरियड आने से एक हफ्ते पहले कई महिलाएं अपने स्तनों में दर्द महसूस करती हैं। इस प्रकार के कभी-कभी होने वाले और सिर्फ पीरियड के दौरान होने वाले ब्रेस्ट पेन को मार्केटिंग और लाइफ में बदलाव करके ठीक किया जा सकता है। 30 से 50 की उम्र की महिलाओं में ये दर्द आम है। स्तनों में दर्द का मतलब हमेशा स्तनों में कैंसर का कारण नहीं होता है इसके कई और कारण भी हो सकते हैं। ब्रेस्ट कैंसर में स्तनों में किंकियां बन जाती हैं लेकिन स्तनों में दर्द मात्रा से ही यह कैंसर नहीं होता है।
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ब्रेस्ट पेन दो प्रकार के होते हैं
ब्रेस्ट पेन हो सकता है साइक्लिक (चक्रीय) और नॉन साइक्लिक (गैर चक्रीय)
साइक्लिक का मतलब है कि ये पीरियड पीरियड से लिपस्टिक है। पीरियड के दौरान या उसे पहले दर्द होता है और बाद में ठीक हो जाता है या खत्म हो जाता है। यह आम दर्द हर महिला अपने जीवन काल में इस दर्द का सामना करती है।
डॉन साइककस्टर सामान्य नहीं होता है। यह दर्द पीरियड के समय होने वाले दर्द से अलग होता है। इनके कारण को पता चलना आसान नहीं होता है। ये दर्द स्तन में ना मांसपेशियों और उत्तकों में होता है। यह गंभीर दर्द भी हो सकता है।
जानिए कब और क्यों हो सकता है टेंडर ब्रेस्ट की समस्या
1 हार्मोन में बदलाव होने पर
अवधि या हार्मोन में परिवर्तन के दौरान, उच्च चढ़ाई के कारण स्तनों में दर्द का समय होता है। मेनोपॉज और हार्मोन थेरेपी एक ही समय में हार्मोन में उच्चतर वृद्धि होती है। क्रैसी और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में परिवर्तन भी स्तनों में सूजन, किंकी और दर्द के कारण होता है।
किसी को प्रीमेनोपॉज, पेरिमेनोपॉज और पोस्ट मेनोपोज के दौरान दर्द का अनुभव होता है जो कि मेनोपॉज के बाद खत्म हो जाता है।
2 स्तनों में किंक होने पर
जैसे बढ़ती उम्र में स्तनों में वसा उत्तकों को बदल देता है। जिससे स्तनों में विकल्प महसूस होता है। इस कारण स्तनों में सिस्ट और रेशेदार उत्तक विकसित हो जाते हैं जिन्हें फाइब्रोसिस्टिक स्तन ऊतक कहा जाता है। फाइब्रोसिस्टिक स्तन में दर्द नहीं होता है लेकिन कुछ विशिष्ट स्थितियों में दर्द हो सकता है। यह चिंता का विषय नहीं होता है।
3 स्तनपान के दौरान
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्तनों में भी दर्द महसूस होता है। इसके तीन कारण हो सकते हैं। स्तनों में सूजन होना, स्तनों का पूरा तरह से भरा हुआ और बच्चे का गलत तरीके से निप्पल पकड़ना।
मास्टिटिस जिसे दूध की नली में सूजन से जाना जाता है। स्तन की नालियों में सूजन और संक्रमण के कारण स्तनपान के दौरान सूजन हो सकती है।
स्तनपान के समय दर्द होने का दूसरा कारण है कि स्तन दूध से पूरी तरह से भरा हुआ है। स्तनों के सीमा पर होने वाले स्तन काफी बड़े, कठोर और दर्द भी होते हैं।
तीसरा कारण यह है कि आपका बच्चा ठीक से निप्पल पकड़ नहीं रहा हो या आप लैच नहीं कर रही हो ये भी स्तनों और निप्पल में दर्द का कारण होता है।
अवधि या हार्मोन में परिवर्तन के दौरान, उच्च दावा के कारण स्तनों में दर्द की समय पर होती है।
4 ब्रा का खराब कनेक्शन
अगर आपकी ब्रा का आकार गलत है तो यह आपके स्तन और कंधे में दर्द का कारण बन सकता है। यदि आपकी नजर ज्यादा है तो आप क्लबों में दर्द का अनुभव कर सकते हैं। कप का आकार, गैर, कप अधिक टाइट होने के कारण भी आपको स्तनों में दर्द महसूस हो सकता है इसलिए ये जरूरी है कि आपको अपने ब्रा का सही आकार पता हो ताकि आपको दर्द न हो।
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