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मुरुगन द्विपीय देश की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर बृहस्पतिवार को कोलंबो पहुंचे। यहां स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ”राज्यमंत्री मुरुगन ने मत्स्यपालन मंत्री डगलस देवानंद से मिलने की। उन्होंने जोर देकर कहा कि मछुआरे का मानव जीवन है और उनकी जीविका उससे जुड़ी हुई है।”
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल.मुरुगन ने श्रीलंका के मत्स्यपालन मंत्री डगलस देवानंद से दोनों देशों के निपटान में असहता पैदा करने वाले मछुआरों के मुद्दों पर चर्चा की और जोर दिया कि यह मानव जाति है जिससे उनकी (मछुआरों की) जीविका संबंधी हुई है । मुरुगन द्विपीय देश की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर बृहस्पतिवार को कोलंबो पहुंचे। यहां स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ”राज्यमंत्री मुरुगन ने मत्स्यपालन मंत्री डगलस देवानंद से मिलने की। उन्होंने जोर देकर कहा कि मछुआरे का मानव जीवन है और उनकी जीविका उससे जुड़ी हुई है।”
उल्लेखनीय है कि दोनों तरफ से कई दौर की बातचीत के बाद भी भारतीय मछुआरे कथित तौर पर अवैध रूप से श्रीलंकाई जल सीमा में मछली पकड़ने का मेल बार-बार सामने आते हैं। मछुआरे का मेल शिपमेंट और भारत के संबंध के बीच विवाद का एक कारण बना हुआ है और यहां तक कि श्रीलंका की जल सीमा में कथित तौर पर पैर पैर होने पर श्रीलंकाई नौसेना के सैनिकों द्वारा पाक जलडमरू के बीच में भारतीय मुछआरों पर देना और उनके बिलों को ज़ब्त करना करने की घटनाएं हो चुकी हैं।
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भी पिछले महीने अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान देवानंद से मुलाकात की थी और भारतीय मछुआरों के मुद्दों पर चर्चा की थी। उन्होंने गत 20 जनवरी को ट्वीट किया था, ”मछली पकड़ने के मुद्दों पर सहयोग को लेकर चर्चा की और मानवीय रुख के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया।” मुरुगन ने शुक्रवार कोश्रीलंका के उत्तरी सूबे के मन्नार जिले में जिले के दौरे के दौरान भारत की श्रीलंका के साथ सदियों पुरानी सभ्यता कायम को मजबूत करने पर जोर दिया।
उन्होंने मन्नार जिले की यात्रा की शुरुआत पवित्र तिरुकेटेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की जो दोनों देशों के संबंध का प्रतीक है। उच्चायोग ने ट्वीट किया, ”मंदिर के न्यायियों ने भारत सरकार द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार में उदार सहायता का उल्लेख करते हुए आनंद व्यक्त किया।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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