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दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED का कहना है कि कविता की पूर्व ऑडिटर को पूछताछ के लिए समन किया गया है

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दिल्ली के कथित शराब घोटाले में आया एक नया मोड़। घोटाले में मनीलॉन्ड्रिंग के झूठ (दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मनी लॉन्ड्रिंग केस) से जुड़े मामलों की छानबीन कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (प्रवर्तन निदेशालय, ईडी) ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि एजेंसी ने बीआरएस नेता के. कविता के पूर्व का आरोप बुचिबाबू गोरंतला को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। ईडी का कहना है कि बुचिबाबू गोरंतला का मामला सामने आने के बाद अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

ईडी ने इस मामले में छह मार्च को गिरफ्तार सिकंदर के कर्मचारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई की रिमांड बढ़ाए जाने के रिहाइश के दौरान अदालत में यह बात कही। मौजूदा अदालत ने पिल्लई की हिरासत अवधि तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। ईडी ने इस मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जमानत पर रिहा बुचिबाबू को 15 मार्च को पेश होने के लिए कहा है। इसके एक दिन बाद नोएडा की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) कविता से दूसरे दौर की पूछताछ की जा रही है।

एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया कि पिल्लई और बुचिबाबू मार्च के मध्य में हैदराबाद के एक पांच सितारा होटल में फ़्लुटे थे। इसी अवधि के दौरान दिल्ली की आबकारी नीति (अब रद्द) पर मंत्री समूह की रिपोर्ट तैयार की जा रही थी। सहज हो कि बुचिबाबू के. कविता का पूर्व चार्टर्ड लेखा-जोखा है। सीबीआई ने दिल्ली शराब घोटाले में बुचिबाबू गोरंतला को सात फरवरी को गिरफ्तार किया था। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने बुचिबाबू को अपना पासपोर्ट जमा किया और सबूतों से छेड़छाड़ या गवाहों को प्रभावित नहीं करने की हिदायत दी थी।

ईडी ने पिल्लई के रिमांड नोट में कोर्ट को बताया कि बुचिबाबू को शुरू में 9 मार्च को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 13 मार्च तक के लिए राहत दी थी। अधिकारियों ने कहा कि बुचिबाबू को 15 मार्च को फिर से तलब किया गया है। ईडी ने कहा कि होटल के रिकॉर्ड के साथ फंसने का आमना सामने आना कहीं अधिक जरूरी है, ताकि साउथ ग्रुप (पिल्लई, बुचिबाबू और मामले में अन्य पंच अभिषेक बोइनपल्ली) और विजय नायर के बीच लिंक की जांच की जा सके।

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