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गोविंदा को कहा गया था ‘मां की बहू’, खुद बताई इसकी वजह, पहली फिल्म मामा ने ही जड़ा देखा था

मुंबई। गोविंदा ने करीब 2 दशक से बॉलीवुड पर राज किया है। एक्शन, लड़ाई से लेकर रोमांस और कॉमेडी के किंग रहे गोविंदा की यात्रा किसी प्रेरणा से कम नहीं है। 21 दिसंबर 1963 को फिल्म निर्माता और अभिनेता अरुण अहूजा और निर्मल देवी के घर आए गोविंदा का बचपन बेहद मुफिलिसी में गुजरा। जिंदगी के 21 साल मुंबई के विरार गांव में खुले। बचपन से ही खेल और नृत्य में रुचि रखने वाले गोविंदा का वास्तविक नाम गोविंदा अरुण अहूजा है।

गोविंदा को उनके गांव में मां की बहू से भी जाना जाता था। साल 1987 में लहरों को दिए गए इंटरव्यू में गोविंद अहूजा ने अपना नाम गोविंदा रखने की भी कहानी बताई थी। गोविंदा कथन हैं कि वे न्यूरोलॉजी में काफी विश्वास रखते हैं। गोविंदा लकी नंबर 3 होने के कारण उन्होंने अपना नाम गोविंदा रख लिया। गोविंदा को लोग मां की बहू के नाम से भी अपनी मां की हर बात जानने वाले थे। अपने करियर के शुरुआती दिनों में गोविंदा विरार से रोजाना स्ट्रगल करते थे।

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इलजाम फिल्म 1986 की पांचवी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई। (फोटो साभार-Instagram@govinda_herono1)

साल 1986 में आई फिल्म तन बदन से फिल्मों में डेब्यू करने वाले गोविंदा की पहली फिल्म उनके मामा ने ही दी थी। साल 1999 में बीबीसी ने गोविंदा को दुनिया के शीर्ष 10 बड़े सितारों की सूची में 10वें नंबर पर जगह दी थी। इस सूची में अमिताभ बच्चन, चार्ली चैपलिन और रॉबर्ट डीनीरो शामिल थे। साल 1996 में गोविंदा ने साजन चले सुसुराल फिल्म के लिए फिल्मफेयर को अपना नाम भी दिया था। अभिनय के अलावा गोविंदा कांग्रेस की ओर से मुंबई की उत्तरी विधानसभा के विधायक भी चुक गए हैं।

गोविंदा की दूसरी फिल्म इल्जाम रही सुपरहिट
लहरों को वर्ष 1987 में दिए गए साक्षात्कार में गोविंदा ने अपनी फिल्मी यात्रा की पहली फिल्म मिलने का किस्सा भी साझा किया था। गोविंदा कथन हैं कि ‘मैं विरार से रोज़ मुंबई आता था। मैं रोज़ाना ऑडीशन दिया करता था। 3-4 महीने बाद मुझे लगा कि मेरा काफी टाइम बर्बाद हो गया है। इसके बाद मैं अपने मामा के यहां मुंबई में घूमा। यहां मैंने अपना एक वीडियो शूट किया और प्रोड्यूसर्स को दिखाया। उस समय मेरे मामा भी एक फिल्म पर काम कर रहे थे। जिसमें उन्हें एक मेच्योर एक्टर की तलाश थी। कुछ दिनों बाद मैंने अपना वीडियो टेप मामा को दिखाया और उन्हें काफी पसंद आया। एक दिन मैं मामा के घर पहुंचा और उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी फिल्म के लिए हीरो मिल गया है। गोविंदा ने पूछा कि कौन है। इस पर मामा ने कहा कि आंखें बंद कर मैं परमात्मा अपनी तस्वीर दिखाता हूं। गोविंदा ने जैसे ही आंखें बंद की तो उनकी मां ने गोविंदा के गाल पर शीशा जड़ दिया और खुशी से बोले कि तुम ही मेरी फिल्म के हीरो हो’। गोविंदा कथन हैं कि ‘मेरा गाल खुशी से 3-4 दिन तक लाल रहा’। गोविंदा ने अपनी मां के साथ पहली फिल्म तन बदन साइन की। हालांकि यह फिल्म कोई खास कमाल नहीं कर पाई।

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गोविंदा की बेटी नर्मदा ने अपना उपनाम टीना को स्क्रीन पर रखा है। साल 2015 में आई आई फिल्म हैंड हस्बैंड फिल्म के जरिए टीना ने डेब्यू किया था। (फोटो साभार-Instagram@govinda_herono1)

लेकिन इसी साल रिलीज हुई गोविंदा की फिल्म इल्जाम ने बॉक्स ऑफिस पर हुकूमत काट दी। गोविंदा के साथ शशि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा स्टारर यह फिल्म अच्छी कमाई करने में सफल रही। इलजाम फिल्म 1986 की पांचवी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई। इस फिल्म के साथ गोविंदा के करियर की गाड़ी भी चल निकली। इसके बाद गोविंदा ने 1987 में प्यार करके देखें, मरते दम तक, खुदगर्ज, साल 1988 में दरिया दिल, शिव शक्ति, हत्या, जीते शाँ जैसी हिट दी फिल्में। इसके बाद 1989 में फिल्म फोर्सेसवर रिलीज हुई।

यह फिल्म केवल बॉक्स ऑफिस पर हिट नहीं हुई बल्कि गोविंदा और निर्देशक डेविड दोषी की पहली जोड़ी की गवाह बनी। दोनों ने करीब 17 फिल्में साथ की हैं जिनमें से ज्यादातर फिल्में हिट रही हैं। तुम बाबू, कुली नंबर-1, साजन चले सुसुराल, हीरो नंबर-1, दीवाना राजा मस्ताना, बड़ी मियां मियां, हसीना मान जैसी फिल्में शामिल होंगी। साल 1999 में रिलीज हुई हसीना मान फिल्म के गोविंदा को बेस्ट कॉमेडियन की फिल्मफेयर ने भी दिया।

गोविंदा ने सिंगिंग में भी करियर बनाया
साल 1995 तक गोविंदा सुपरस्टार बन गए थे। पूरे देश में गोविंदा का क्रेज हो रहा था। साल 1998 में गोविंदा एक्टिंग के अलावा सिंगिंग में भी दिखाई दिए। वर्ष 1998 में गोविंदा ने एक म्यूजिक एल्बम भी रिलीज़ किया जिसका नाम गोविंदा रखा गया। इसके बाद दूसरा सिंगिंग एल्बम होरी तेरे नैना में गोविंदा लिरिक्स राइटर भी रहे। हालांकि यह अलबम 2013 में रिलीज हुआ था। हालांकि गोविंदा को सिंगिंग में कोई खास शौहरत हासिल नहीं हुआ। लेकिन अपने अभिनय के दम पर गोविंदा नेशौहरत का खास मुकाम हासिल किया है। लंबे समय के ब्रेक के बाद गोविंदा फिर से फिल्मों में लौट आए।

गोविंदा की लवस्टोरी भी काफी दिलचस्प है। अपने स्ट्रगल के दौरान मामा के घर पर रहते हुए गोविंदा की दोस्ती हुई थी। (फोटो साभार-Instagram@govinda_herono1)

गुपचुप रचाई थी शादी
गोविंदा की लवस्टोरी भी काफी दिलचस्प है। अपने स्ट्रगल के दौरान मामा के घर पर रहते हुए गोविंदा की दोस्ती हुई थी। सुनीता गोविंदा के मामा के घर आया करती थीं। इसी दौरान गोविंदा और सुनीता की दोस्ती हुई। दोनों के बीच प्यार हो गया और साल 1897 में गोविंदा ने सुनीता से गुपचुप कैसे से शादी रचा ली। दोनों की एक बेटी नर्मदा और बेटा यशवर्धन भी हुए। गोविंदा की बेटी भी बॉलीवुड में अपनी जमीन तलाश रही है। गोविंदा की बेटी नर्मदा ने अपना उपनाम टीना को स्क्रीन पर रखा है। साल 2015 में आई आई फिल्म हैंड हस्बैंड फिल्म के जरिए टीना ने डेब्यू किया था। हालांकि यह फिल्म कब आई और कब चली गई किसी को भी हवा नहीं लगी।

टैग: बॉलीवुड नेवस, गोविंदा

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