UNITED NEWS OF ASIA. भिलाई | स्टील प्लांट के अंतर्गत संचालित मैत्रीबाग चिड़िया घर में छत्तीसगढ़ राज्य का पहला एलिवेटेड सोलर प्लांट लगने जा रहा है। इस सोलर प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता 200 किलोवाट होगी।
मैत्रीबाग में लगने जा रहा यह सोलर प्लांट बीएसपी और क्रेडा के संयुक्त प्रयास से लग रहा है। यह 200 किलोवाट क्षमता का राज्य का पहला एलिवेटेड सौर ऊर्जा संयंत्र होगा। इससे हर महीने 24 हजार यूनिट बिजली और सालाना न्यूनतम 2 लाख 88 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। इसकी स्थापना और कमिशनिंग का कार्य शुरू किया जा चुका है।
मैत्रीबाग के प्रभारी डॉ. एनके जैन ने बताया कि बीएसपी प्रबंधन का उद्देश्य सौर ऊर्जा संयंत्र को एलिवेटेड मॉडल के रूप में स्थापित करना है। इसके नीचे की जमीन का उपयोग जानवरों के लिए चारा उत्पादन के लिए किया जा सकेगा। वहीं इससे उत्पादित बिजली का उपयोग मैत्री बाग एवं निकटवर्ती जवाहर उद्यान में किया जाएगा।
उन्होने बताया कि यहां जो सोलर पैनल लग रहे हैं उसे अब तक के सबसे ऊंचाई में लगाने का काम किया जा रहा है। डामेंसन की बात करें तो इसके सामने की ऊंचाई 3.5 मीटर है जो जमीन से 5.5 मीटर की ऊंचाई तक होगी। वहीं पीछे की तरफ ये लगातार बढ़ती जाएगी। इन पूरे पैनल को ऊंचाई देने और उनके ढांचे को स्थिर बनाने रखने के लिए इसे विशेष प्रकार से डिजाइन किया गया है।
30 टन होगा सोलर पैनल का वजन
200 किलोवाट क्षमाता के लिए जो सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं वो अब तक की परियोजना में सबसे भारी हैं। इनके कुल वजन की बात करें तो यह 30 टन होगा। यह संयंत्र मेक आइकॉन सोलर-ईएन के नवीनतम मोनोक्रिस्टलाइन बाइफेसियल सोलर मॉड्यूल का उपयोग करके स्थापित किया जा रहा है। यह उच्च दक्षता होने के साथ-साथ सौर उत्पादन में भी वृद्धि करता है और अन्य मॉड्यूल की तुलना में कम क्षेत्र का उपयोग करता है।
हर महीने दो लाख रुपए की बचेगी बिजली
सौर ऊर्जा संयंत्र 30 बाई 40 मीटर यानि कुल 1200 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में स्थापित किया जाएगा। इस संयंत्र के शुरू हो जाने के बाद मैत्री बाग प्रबंधन हर महीने लगभग 2 लाख रुपए की बिजली की बचत कर पाएगा। इसके साथ ही यह सौर ऊर्जा संयंत्र प्रतिदिन 250 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को बचाएगा।