चौहान ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग सरकार में शामिल होने की प्रदेश इकाई की ”उचित मांग” को नहीं सुना, जबकि सिक्किम रिवोल्यूशनरी फ्रंट (एसकेईएम) स्वयं भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहता था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सिक्किम इकाई के प्रमुख डी बी चौहान ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश इकाई के प्रति भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की निराशा के कारण यह कदम उठाने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ा। चौहान ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सिक्किम में प्रेम सिंह तमांग सरकार में शामिल होने की प्रदेश इकाई की ”उचित मांग” को नहीं सुना, जबकि सिक्किम रिवोल्यूशनरी फ्रंट (एसकेईएम) स्वयं भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहता था।
उन्होंने पीटीआई-को बताया, ”पार्टी की राज्य इकाई के कामकाज को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों का हल करने के प्रति केंद्रीय नेतृत्व के उदासीन रवैये के कारण पूरी तरह से मोहभंग होने के बाद मैं भाजपा की सिक्किम इकाई के अध्यक्ष पद से काम पर प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।” तौर पर उन्होंने इस मुद्दे को सिक्किम के लिए खास नहीं लिया।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो महीने पहले अपनी सिक्किम यात्रा के दौरान पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं से मिलने के लिए पांच मिनट का समय तक नहीं दिया था। उन्होंने बताया कि इससे पता चलता है कि केंद्रीय नेतृत्व की पार्टी की राज्य इकाई के प्रति क्या रवैया है। चौहान ने कहा कि राज्य में भाजपा के 12 विधायक होने के बावजूद पार्टी के किसी विधायक दल के नेता के नेतृत्व में नियुक्ति करने में विफल है। चौहान ने करीब छह साल तक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के रूप में काम किया है।
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