देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी हिस्से के बीच भारत जोड़ो यात्रा निकालने की तैयारी हो रही है। इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल सात सितंबर से शुरू हुई थी और करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 30 जनवरी को श्रीनगर में पूरी तरह से हुई थी।
नवा रायपुर। कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी हिस्से के बीच यात्रा निकालने पर विचार कर रही है। संभव है कि यह अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर के बीच निकाल जाए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पीटीआई- के साथ बातचीत में यह जानकारी दी। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के महाधिवेशन में अपने पार्टनर के दौरे के दौरान दिए गए संकेत दिए।
राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तपस्या को आगे बढ़ाने की योजना तैयार करें, जिसमें सभी भाग लेने के लिए तैयार हैं। राहुल कई मौकों पर अपनी इस यात्रा को तपस्या का नाम दे चुके हैं। महाधिवेशन के समापन के बाद रमेश ने कहा, संभावना है कि यह यात्रा पासीघाट से शुरू हो और इसका समापन पोरबंदर में हो। इसे लेकर बहुत सारा उत्साह और ऊर्जा है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि इसकी जरूरत भी है।
उन्होंने कहा, पूरब से पश्चिम के बीच यात्रा का प्रारूप दक्षिण से उत्तर की ओर निकाली गई यात्रा से अलग होता है। शायद यह यात्रा कई व्यापक स्तरों पर नहीं हो। कांग्रेस महासचिव ने बताया कि अगले हफ्ते सब कुछ तय कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूत की भौगोलिक स्थिति और पुरानी परिस्थितियों को देखते हुए यात्रा के लिए अलग-अलग परिवहन माध्यम (मल्टी मोडल) का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन आधारभूत रूप से यह पदयात्रा ही होगी।
रमेश ने कहा कि इस यात्रा में भाग लेने वाले यात्रियों की संख्या भारत में जोड़ो यात्रा के लिए कम हो सकती है। भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल सात सितंबर से शुरू हुई थी और करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 30 जनवरी को श्रीनगर में पूरी तरह से हुई थी। इसमें राहुल गांधी सहित करीब 200 भारतीय यात्री शामिल हुए थे।
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