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अमिताभ कांत ने कहा कि शहरीकरण रोजगार सृजन, गरीबी उन्मूलन का साधन होना चाहिए

अमिताभ कांत

प्रतिरूप फोटो

गूगल क्रिएटिव कॉमन्स

यहां दो दिवसीय ‘अर्बन20 सिटी शेरपास’ बैठक के उद्घाटन सत्र में कांट में कहा गया कि शहरों को साइकिल चालन, पैदल चलने के अनुकरण को बनाया जाना चाहिए, न कि कारों के अनुरूप। उन्होंने कहा कि शहरीकरण बदलाव का एकलौता सबसे बड़ा साधन होगा और वैश्विक के लिए एक बदलाव होगा।

भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को कहा कि सफल शहर एक सफल राष्ट्र के लिए आवश्यक हैं और शहरीकरण इस मामले में विकास, रोजगार सृजन और गरीबी उन्मूलन का संसाधन होना चाहिए। यहां दो दिवसीय ‘अर्बन20 सिटी शेरपास’ बैठक के उद्घाटन सत्र में कांट में कहा गया है कि शहरों को साइकिल चालन, पैदल चलने के अनुकरण को बनाया जाना चाहिए, न कि कारों के अनुरूप। उन्होंने कहा कि शहरीकरण बदलाव का एकलौता सबसे बड़ा साधन होगा और वैश्विक के लिए एक बदलाव होगा।

साझा समाधान तलाशने के लिए शहरों के बीच एकता को बढ़ावा देने का मकसद से ‘अर्बन20 सिटी शेरपास’ बैठक की शुरुआत बृहस्पतिवार को यहां हुई। बैठक में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कांत ने कहा कि भारत में जी20 शिखर सम्मेलन ऐसे वक्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है जब दुनिया यूरोप में बड़े यूरोपीय, आर्थिक, विकासवादी परिवर्तन और कोविड-19 के बाद की हिस्सेदारी सहित कई हाफ का सामना कर रहा है।

देश के जी20 शेरपा ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना ​​है कि प्रत्येक संकट एक अवसर है और विश्वभर के नेतृत्व में इन संकटों का उपयोग आर्थिक परिवर्तन और वैश्विक अर्थव्यवस्था में समावेशी, ठोस और सतत विकास में लाना होगा। उन्होंने कहा, ”किसी भी शहर का मास्टर प्लान शहरीकरण के प्रबंधन के लिए अहम है। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ये शहर वैज्ञानिक तरीके से विकास करें और यह अकेला भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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