
छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा नक्सलियों के ऊपर संगठन में धारित पदानुसार ईनाम की राशि घोषित किया गया है, तथा आत्मसमर्पण पुर्नवास नीति के तहत पात्रतानुसार आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने की योजना है। छ.ग. शासन एवं वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में कबीरधाम पुलिस द्वारा चलाये जा रहे शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीतियों का प्रचार प्रसार से प्रभावित होकर जिले में सक्रिय नक्सली 1. दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिवरू कोर्राम, 2. देवे उर्फ लक्ष्मी रऊवा 3 करन उर्फ सुद्धू हेमला, 4. अनिता हेमला कबीरधाम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किये है।
उक्त आत्मसमर्पित नक्सली 1. दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिवरू कोर्राम, 2. देवे उर्फ लक्ष्मी रऊवा, 3. करन उर्फ सुद्धू हमला, 4. अनिता हेमला को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नक्सली संगठन में धारित पदानुसार घोषित ईनाम की राशि प्रदाय करने पुलिस मुख्यालय के अनुशंसा पर कलेक्टर कबीरधाम के द्वारा घोषित ईनाम राशि की चेक उपलब्ध कराये जाने पर दिनांक 14.04.2023 को पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा आत्मसमर्पित नक्सली दिवाकर उर्फ किशन उर्फ लिवरू कोर्राम को 8,00,000/- ( आठ लाख रूपये), देवे उर्फ लक्ष्मी रऊवा को 5,00,000/- (पाँच लाख रूपये), करन उर्फ सुद्धू हेमला को 8,00,000/- ( आठ लाख रूपये), एवं अनिता हेमला को 5,00,000/- (पाँच लाख रूपये), कुल जुमला राशि- 26,00,000/- (छब्बीस लाख रूपये) का चेक वितरण किया गया।
कबीरधाम पुलिस के द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति के तहत् पात्रतानुसार सुविधाएँ उपलब्ध करायी गई है, जिसके तहत प्रत्येक को 10-10 हजार रूपया प्रोत्साहन राशि राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड यस पास, केन्द्रीय सहायता राशि 2.50-2.50 लाख रूपये प्रत्येक आत्मसमर्पित नक्सलियों को तथा आवास निर्माण करने त्वरित सहायता हेतु 75-75 हजार रूपये पृथक से उपलब्ध कराया गया है।
साथ ही कबीरधाम पुलिस के द्वारा जिले में आत्मसमर्पित कुल 06 नक्सलियों को शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने शिक्षा के दिशा में की गई पहल के परिणाम स्वरूप आत्मसमर्पित नक्सलियों के द्वारा शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त करने पर कबीरधाम पुलिस के द्वारा आत्मसमर्पित दिवाकर उर्फ लिवरू कोर्राम, देवे उर्फ लक्ष्मी, करन हेमला, अनिता हेमला तीजू उर्फ मंगलू बेको व राजे उर्फ वनोजा बेको को शिक्षा के मुख्यधारा में जोड़ते हुए ओपन परीक्षा के तहत् कक्षा 10वीं का फार्म भरवाकर आवश्यक किताबें उपलब्ध कराया गया है।
काफी वर्षो से नक्सल विचारधारा में जुड़कर मुख्यधारा से भटक कर नक्सली संगठन का हिस्सा रहे आत्मसमर्पित नक्सलियों को आत्मसमर्पण पुर्नवास नीति के तहत् प्राप्त सुविधाएँ एवं शिक्षा ग्रहण कर अपने मानसिक व चौद्धिक विकास कर भविष्य में बेहतर जीवनयापन कर सकते है तथा इनके भावी पीढ़ियों की अच्छे भविष्य के लिए लाभप्रद होगा।
पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों से अपील किया गया है कि आत्मसमर्पण करें और आत्मसमर्पण पुर्नवास नीति के तहत् इन सुविधाओं का लाभ उठाकर बेहतर जीवनयापन करे।













