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दरअसल उत्तर कोरिया ने नए साल के पहले ही दिन रविवार को एक मिसाइल का परीक्षण किया। वहीं उसके नेता किम जोंग उन ने अपने देश में परमाणु शस्त्रागार का विस्तार किया और नए अधिक शक्तिशाली अंतरमहाद्वीप बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने का संकल्प लिया।
दक्षिण कोरिया ने मंगलवार को पुष्टि की कि उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु खतरा बढ़ने के बीच उसके और अमेरिका के बीच अमेरिकी परमाणु प्रदूषण के प्रबंधन में दक्षिण कोरिया को शामिल किए जाने के संबंध में विचार विमर्श चल रहा है। दरअसल उत्तर कोरिया ने नए साल के पहले ही दिन रविवार को एक मिसाइल का परीक्षण किया। वहीं उसके नेता किम जोंग उन ने अपने देश में परमाणु शस्त्रागार का विस्तार किया और नए अधिक शक्तिशाली अंतरमहाद्वीप बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने का संकल्प लिया। माना जा रहा है कि इन देरी के निर्माण का लक्ष्य दक्षिण कोरिया और अमेरिका को लक्षित करने के लिए है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योओल ने सोमवार को समाचार पत्र में प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा कि दोनों देश अमेरिकी परमाणु शस्त्रों के संबंध में संयुक्त योजना एवं प्रशिक्षण की योजना बना रहे हैं, अमेरिका में इस विचार में पानी दिखाई दे रहा है। वहीं जब इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से एक पत्रकार ने सवाल किया कि दोनों देश संयुक्त परमाणु अभ्यास पर चर्चा कर रहे हैं तो बाइडन ने कहा ”नहीं।”
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता किम ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि सियोल और वाशिंगटन ” उत्तर कोरिया के परमाणु खतरों के जवाब में अमेरिकी परमाणु जहर के संबंध में सूचना साझा करने, संयुक्त योजना और संयुक्त कार्य योजना पर विचार कर रहे हैं किम ने कहा कि बाइडन ने जवाब में ‘नहीं’ कहा होगा क्योंकि पत्रकार ने परमाणु प्रयोग के बारे में बिना किसी हाथ से पूछे सवाल लिया होगा। यूएन ने समाचार पत्र ‘द चोसुन इल्बो’ को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा था, ”परमाणु हथियार अमेरिका के हैं, लेकिन योजना, सूचना साझाकरण, अभ्यास और प्रशिक्षण दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से जा सकते हैं।” दक्षिण कोरिया के पास कोई परमाणु हथियार नहीं है और वह अमेरिका की ‘परमाणु सुरक्षा’ में है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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