UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ के 14 नगर निगमों में महापौर पद के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। रायपुर नगर निगम में इस बार सामान्य वर्ग की महिला उम्मीदवार महापौर का चुनाव लड़ेंगी। इसके साथ ही कोरबा और बीरगांव की सीटें भी सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित की गई हैं।
आरक्षण प्रक्रिया का विवरण:
महापौर पद के लिए आरक्षण रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में लॉटरी प्रणाली के जरिए किया गया। इसमें जनसंख्या और आरक्षण के रोटेशन नीति को आधार मानते हुए सीटों का निर्धारण किया गया।
- आरक्षण की स्थिति:
- सामान्य वर्ग: 7 सीटें (3 महिलाओं के लिए)
- ओबीसी वर्ग: 4 सीटें (1 महिला के लिए)
- अनुसूचित जाति (SC): 2 सीटें (1 महिला के लिए)
- अनुसूचित जनजाति (ST): 1 सीट
इस बार कुल 5 महापौर पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
महत्वपूर्ण सीटों का आरक्षण:
- रायपुर – सामान्य महिला
- बीरगांव – सामान्य महिला
- दुर्ग – ओबीसी महिला
- कोरबा – सामान्य महिला
- रिसाली – अनुसूचित जाति महिला
रोटेशन नीति का पालन:
आरक्षण की प्रक्रिया में रोटेशन नीति को ध्यान में रखा गया, जो 2004 में शुरू हुई थी और 2019 में नए चक्र के तहत दोबारा लागू हुई। इस नीति के अनुसार, पिछली बार जिन नगर निगमों में आरक्षण लागू था, उनमें बदलाव कर नए स्थानों पर आरक्षण लागू किया गया।
महिला सशक्तिकरण की ओर कदम:
आरक्षण प्रक्रिया के तहत, सामान्य और आरक्षित वर्गों में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। इससे महिलाओं को नेतृत्व के अवसर प्रदान करने की दिशा में एक और मजबूत कदम उठाया गया है।
इस बार के नगर निगम चुनावों में आरक्षण प्रक्रिया ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में विविधता और संतुलन को बढ़ावा दिया है। रायपुर से सामान्य महिला महापौर का चुनाव लड़ने की घोषणा ने राजधानी के राजनीतिक परिदृश्य में नई ऊर्जा ला दी है।