भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की वाकपटुता के सभी मुरीद हैं। ताजा मामला यूएन की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखने को मिला। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संदेश देते हुए फिर से अपनी बेबाकी से दुनिया को मुरीद बना लिया। पत्रकार के सवाल के जवाब में एक पाकिस्तानी पत्रकार ने जयशंकर से एक सवाल पूछा। उस पाकिस्तानी पत्रकार का सवाल दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर था। भारतीय विदेश मंत्री ने इस सवाल का जवाब दिया। दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के पत्रकार ने बड़े चतुराई से भारत को आतंकवाद का मूल स्रोत बताने की कोशिश की। लेकिन ऐसा जवाब मिला, जिसकी कल्पना भी उन्होंने नहीं की होगी।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दों पर पाकिस्तान को घिनौना करते हुए कहा कि ‘दुनिया बेवकूफ नहीं है और न ही पाकिस्तान की हरकतों को भूलने वाला है। इसलिए पाकिस्तान को अपने हरकतों में सुधार कर एक अच्छा पड़ोसी बनने की कोशिश करनी चाहिए।’ एस. जयशंकर ने ये बातें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहीं। बता दें कि भारत ने हाल ही में दिसंबर महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाली है।
पाकिस्तान ने पलटवार किया
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों की ओर से दक्षिण एशिया के लिए भारत, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आतंकवाद और संघर्ष को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि आप गलत मंत्री से सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आप यह पूछेंगे कि ये सब कब तक जारी रहेगा तो इसका जवाब पाकिस्तान के ही मंत्री दे सकते हैं कि पाकिस्तान कब तक आतंकवाद को बढ़ावा देगा।
कैसे दिया करारा जवाब, यहां जानें
पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा, ‘दक्षिण एशिया को कब तक यह आतंकवाद जीतना देगा जो नई दिल्ली, काबुल और पाकिस्तान से फैल रहा है?’ वह कश्मीर पर भी सवाल करना चाहता था, लेकिन जयशंकर ने अपने एजेंडे को समझ लिया। उन्होंने कहा कि ‘पहले वो आतंकवाद पर जवाब ले लें’। जयशंकर ने पाकिस्तानी पत्रकार से कहा कि ‘उससे आतंकवाद पर पाकिस्तान के मंत्री से सवाल करना चाहिए, न कि भारत के मंत्री से’। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन दुनिया अब बहकावे में नहीं आने वाली। क्योंकि आखिरी पता चला है कि आतंकवाद की जननी कौन है।
जयशंकर बोले, ‘आखिरकार दुनिया बेवकूफ नहीं है और न कुछ भूलती है। वर्ल्ड विटकवेशन में संलिप्त देश, संगठन और लोगों की पहचान बेहतर से करवाता है। आप चर्चा को नए-नए मोड़ आतंकवाद पर्दा डालने में सफल नहीं हो सकते। आप किसी को अब तक उलझाए नहीं रख सकते हैं। लोगों ने ठीक समझ लिया है कि आतंकवाद का गढ़ कहां है। इसलिए मेरी सलाह तो यह अच्छा व्यवहार के काम करें और पड़ोसी बनने की कोशिश करें, कृपया वो करें जो आज दुनिया कर रही है- आर्थिक विकास, प्रगति, विकास।’ जयशंकर ने कहा कि ‘आशा करता हूं कि आपके चैनल के जरिए यह संदेश वहां (पाकिस्तान को) पहुंच जाएगा।’