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5 स्वास्थ्य जांच से पता चलता है आपके स्वास्थ्य के बारे में सब कुछ,- 5 स्वास्थ्य जांच आपके स्वास्थ्य के बारे में सब कुछ मैं आपसे अनुरोध करता हूं

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सेल्फ लव (स्व-प्रेम) सेल्फिश होने का सबूत नहीं हैं, बल्कि केयरफुल होने की निशानी है। अक्सर हम लोग अपने हेल्थ को लेकर बहुत ज्यादा चलते रहते हैं। कभी भी खाना, कुछ भी खाना और किसी भी तरह का सोना सोना और उठना हमारे मेटाबॉलिज्म को नुकसान पहुंचाता है। किस वजह से हम बहुत सारी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इन्हें लाइफस्टाइल डिजीज (लाइफस्टाइल डिजीज) कहा जाता है, जो आगे चलकर और कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण बन रहे हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपनी सेहत पर नजर रखें। इसके लिए आपको शरीर में इन 5 चीजों के स्तर (महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच) को संतुलित बनाए रखना जरूरी है।

हेल्थ और वेलनेस कई सारी चीजों पर फोकस करने की मांग करते हैं। जहां आत्मिक शांति के लिए हम ध्यान करते हैं, वहीं शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आत्म परीक्षण करना भी जरूरी है। आइए जानते हैं, वो ऐसे किन लोगों से जरूरी बॉडी ब्लॉक है, रविवार को अनदेखी हमें कई बीमारियों का शिकार बना सकती है।

विटामिन बी 12 और पीठ दर्द
जानिए पीठ में दर्द का कारण विटामिन बी12 की कमी कैसे हो सकती है। चित्र : उजागर करें

हेल्दी रहने के लिए जरूरी चेक करें ये 5 चीजों का लेवल

1 विटामिन बी12

विटामिन बी 12 आपका गट हेल्थ से ताल्लुक रखता है। डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि अगर आपका गट स्वास्थ्य सही है, तो आपका डाइजेशन नॉर्मल रहता है। इसके लिए आहार में एनिमल प्रोटीन शामिल होते हैं, जो हमें दूध और मछली से मिलते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले सकते हैं। शरीर में इस तत्व की कमी का प्रभाव त्वचा पर दिखने लगता है। स्वैटिंग, टायर्डनैस और टेंशन की कमी के लक्षण हैं। इसके अलावा इसकी कमी का असर भी दिखता है। इसकी कमी को दूर करने के लिए आहार में दायरे और अंडे खा सकते हैं।

कैसे चेक करें

रक्त परीक्षण से आप इसकी कमी जान सकते हैं।

कितनी मात्रा आपको चाहिए

एक साल के बच्चे में 0.5 एमसीजी
1 से 5 साल के बच्चे में 1.2 एमसीजी
5 से 10 साल के बच्चे में 1. 7 एमसीजी
10 से 15 साल के बच्चे में 1. 9 एमसीजी
15 से 20 साल के बच्चे में 2. 1 एमसीजी

गर्भवती महिलाओं में 2. 6 माइक्रोग्राम प्रतिदिन के होश से विटामिन बी 12 लेना जरूरी है।

2 विटामिन डी

विटामिन डी शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा को बनाए रखने के लिए जरूरी है। विटामिन डी की धारणा से बच्चों और बड़ों के शरीर में कैल्शियम एब्जॉर्ब नहीं होता। इसके लिए सन जरूरी जरूरी है। एंटी इंफ्लेमेंटरी गुणों से भरपूर ये तत्व शरीर में स्वैलिंग और जगह होने वाले जलने से आपको कैश है।

इसके अलावा हड्डियों और पीठ में दर्द और सूजन की शिकायत रहती है। साथ ही हार्ट अटैक का खतरा भी बना रहता है। अगर आप दिन भर लगे रहते हैं और सूरज की रोशनी नहीं मिल पा रही है, तो हेल्थ स्प्लिमेंट्स के मैश की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके लिए आप अपने आहार में दूध, दही, मेज, डीजे जूस आदि शामिल कर सकते हैं।

कैसे चेक करें विटामिन डी

ब्लड स्कोर के मामले में आसानी से विटामिन डी की कमी की जांच की जा सकती है।

विटामिन डी का आदर्श स्तर क्या है

गर्भवती महिलाओं के लिए रोजाना 5mcg
50 से 70 साल के लोगों के लिए 10mcg
70 साल से ज्यादा के लोगों के लिए 15 एमसीजी की आवश्यकता होती है

विटामिन डी सप्लीमेंट आपको गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम से बचा सकते हैं
विटामिन डी बन्धन आपको आर्थराइटिस और जोखिम से बचा सकते हैं। चित्र: अडोबी स्टॉक

3 लयबद्धता

ज्यामिति का स्तर शरीर में आयरन की मात्रा पर निर्भर करता है। वो लोग जिनमें आयरन की कमी होती है। वे कई प्रकार के नियमों से संबंधित होते हैं। उनके शरीर में ऑक्सीजन की कमी रहने लगती है, जिसकी वजह से उनके चेहरे पर पिंपल्स हो जाते हैं और ब्लड प्यूरिफाई नहीं हो पाता। इसके लिए शरीर में एचबी को बनाए रखना जरूरी है।

महिला के शरीर में 12 से 16 के बीच का स्तर होना चाहिए। इसके लिए हमें अपने आहार में हरी पत्तेदार लड़कियों जैसे पालक मेथी और चुकुंदर को शामिल करें। वहीं स्प्राउट्स, मूंगफली और चावल से शरीर में फोलिक एसिड होता है, जिससे लाल रक्त कोशिकाएं बनती हैं। वहीं विटामिन सी युक्त फल और आवेदक भी शरीर में कतारबद्ध रूप से जुड़ते हैं।

4 बॉडी मास इंडेक्स

बी यानी यानी बॉडी मास इंडेक्स, ये केलकुलेटर उम्र के होश से शरीर में शटर और रौशनी का पता लगाता है। इन दिनों गड़बड़ी की समस्या बेहद आम है। डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि आज के समय में मोटापा और अधिक वजन के आम रोग हैं। एडियल बॉडी वेट से हम ये समझ सकते हैं कि हम किसी समस्या से तो नहीं जुड़ रहे हैं। इसके अलावा हम भविष्य में किसी बीमारी की चपेट में नहीं आने वाले।

दरअसल, सिकुड़न से आर्थराइटिस, ब्रीदिग प्रॉब्लम, हार्ट संबधी बीमारी और कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। हार्वड शिक्षा के अनुसार अगर हम अपने वजन को नियंत्रित कर लेते हैं, तो इससे हम कई बीमारियों से बचे रहते हैं।

नर्सिज हेल्थ स्टडी और हेल्थ प्रोफेशनल्स फॉलोअप स्टडी के मुताबिक मिडल एज के वो लोग जिनकी उम्र 20 साल की उम्र के बाद 11 से 22 पाउंड वजन हो गई है। ऐसे लोगों में दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर और टाइप 2 साइन और पथरी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। वहीं जिन लोगों ने 5 पाउंड का सींचा। उनके अंदर इन बीमारियों का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है।

क्या है बी आई एम आई का आदर्श

बी यानी यानी बॉडी मास इंडेक्स जिसके तहत ये केलकुलेटर उम्र के होश से शरीर में झुर्रियों और रौशनी का पता लगाता है। इसके लिए आप अपने शरीर के वजन को हाइट के साथ अलग कर दें। 25 बीएमआई वाले लोगों को अधिक वजन की सूची में शामिल किया गया है।

कैल्शियम के फायदे
दायरे वाले उत्पाद जिनमें बहुत से हानिकारक पदार्थ होते हैं, कुछ हमें कैल्शियम की धारणा है। चित्र शेयर करें

5 कैल्शियम

हेल्दी बॉडी के लिए रूटीन में कैल्शियम इनटेक बहुत जरूरी है। वास्तव में, कैल्शियम हमारे शरीर के संगठन और मांसपेशियों को सही तरीके से पालन में पूर्ति सिद्ध करता है। शरीर को लगातार कैल्शियम की चपेट में आता है। जो बोनस से रिलीज होती है। इसकी कमी योगर्ट, मिल और मठ से पूरी होती है। इसके अलावा हरी पत्तेदार त्वचा, दाल, फल और सोया उत्पाद भी प्राप्त होते हैं।

वहीं मछली खाने से भी आपके शरीर में इस बात की परख हो जाती है। इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन पेनिल की एक रिपोर्ट के अनुसार 50 साल तक की महिलाओं की उम्र 800 मिलीग्राम से 1ए200 मिलीग्राम तक कैल्शियम की आवश्यकता होती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के होश से कैल्शियम आपके शरीर का सबसे जरूरी होश है। इसका 1 प्रतिशम आपके रक्त में और 99 प्रतिशत आपकी हड्डियों और दांतों में पाया जाता है।

कैंसे करें कैल्शियम की जांच

कैल्शियम ब्लड टेस्ट के शरीर में इस पदार्थ की मात्रा का धुंधला किया जा सकता है।

19 से लेकर 50 साल तक की महिलाओं को 1,000 मिलीग्राम
51 और उससे ज्यादा की महिलाओं को 1, 200 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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