लाइफस्टाइल और डिक्स के गड़बड़ियों के साथ-साथ एक्सरसाइज की अधिकता के कारण भी हार्ट अटैक के मामले तेजी से फैल रहे हैं। विशेषज्ञ विशिष्ट हैं कि दिल का दौरा की चेतावनी के संकेत पहले से शरीर में दिखाई देता है। इसलिए व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए। सहायता प्राप्त करने की प्रतीक्षा करने की बजाय उन्हें इन सीधी को पहचानना सीखना होगा। कुछ दिल का दौरा अचानक और तीव्र (अधिक व्यायाम का हृदय पर प्रभाव) होते हैं। इसके बावजूद इसकी शुरुआत आसान दर्द या बेचैनी के साथ शुरू होती है।
नियमित रूप से व्यायाम नहीं करना और बहुत अधिक व्यायाम करना दोनों ही खतरनाक हैं
हार्ट अटैक के लक्षण और हार्ट अटैक से बचने के लिए शॉटशॉट ने, मेंजो क्यूआरजी हॉस्पिटल, फरीदाबाद के डायरेक्टर (डिपार्टमेंट ऑफ कार्ड विचार) डॉ. गजिंदर गोयल से बात की। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से व्यायाम नहीं करना और बहुत अधिक व्यायाम करना दोनों ही हार्ट अटैक को बुलावा देते हैं।
यहां हैं हार्ट अटैक से पहले होने वाले कुछ लक्षण जिनमें से आपको ग्रेविटास लेना होगा
1 सीने में बेचैनी (सीने में दर्द या बेचैनी)
ज्यादातर दिल के दौरे में छाती के बीच असमंजस होता है, जो कुछ होने से अधिक समय तक रहता है। यह कुछ समय बाद दूर हो सकता है या फिर वापस आ सकता है। यह व्यक्ति को अटैचमेंट बना सकता है। यह अनकम्फर्ट फील जारी, स्कुइज या जैसा दर्द महसूस कर सकता है।
2 हाथों, पीठ, गर्दन में दर्द (बेचैनी या बांह और कंधे में दर्द)
ऊपरी शरीर के अन्य अंगों में बेचैनी हो सकती है। एक या दोनों हाथों, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द या बेचैनी शामिल हो सकती है।
3 सांस में तकलीफ (सांस की तकलीफ)
सांस लेने में तकलीफ का अनुभव हो सकता है। यह सीने में परेशानी के साथ या उसके बिना भी हो सकता है।
4 जी मिचलाना या उल्टी होना (मतली या उल्टी)
यदि दिल का दौरा पड़ता है, तो पसीने के साथ जी मिचला बन सकता है। उल्टी के साथ-साथ चक्कर आना भी शामिल है।
4 महिलाओं के लक्षण अलग भी हो सकते हैं
पुरुषों की तरह महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने के सबसे आम लक्षण सीने में दर्द (एनजाइना) या बेचैनी है। महिलाओं को कुछ दूसरे लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है। सांस की तकलीफ, मतली या उल्टी के साथ-साथ पीठ या जबड़े में भी दर्द हो सकता है।
एक घंटे से अधिक व्यायाम का दिल पर प्रभाव (हृदय पर अधिक व्यायाम प्रभाव)
डॉ. गजिंदर के दावे हैं, ‘भारत में हार्ट अटैक के कारण सबसे अधिक विवाद हैं। असल में यह संख्या खराब जीवनशैली और जानकारी की कमी के साथ व्यायाम भी कर सकती है। यदि सही जानकारी हो, तो जीवनशैली में बदलाव लाकर 80 प्रतिशत तक हार्ट अटैक के मामले को कम किया जा सकता है।
नियमित अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण है। दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 30 मिनट और हफ्ते में 5 दिन की एक्सरसाइज जरूरी है, यह हम सभी जानते हैं। इससे हार्ट डिजीज होने का जोखिम 30 प्रतिशत तक घट सकता है।
बिना उपकरण वाले अधिक व्यायाम (बिना उपकरण के व्यायाम)
यहां ध्यान देने वाली बात है कि हार्ट हेल्थ के लिए बिना एक्सपेंसिव इक्विपमेंट के जरूरी एक्सरसाइज ज्यादा शामिल हैं। ब्रिस्क वॉकिंग, जॉगिंग, साइकिलिंग, करोड़ों या इंडोर गेम्स, ये सभी एक्सरसाइज हैं, जो हार्ट हेल्थ को इम्प्रूव करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है, हार्ट रेट कम प्राप्त होता है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल, शुगर लेवल नियंत्रित करता है। यदि कसरत होने की संभावना है, तो ये व्यायाम 15 साल तक कर सकते हैं।’
दिल के लिए खतरनाक है कठिन व्यायाम (हृदय पर अधिक व्यायाम प्रभाव)
डॉ. गजिंदर निर्देश बताते हैं, ‘यदि हम अत्यधिक मात्रा में व्यायाम करते हैं और बहुत कठिन व्यायाम 1 घंटे से अधिक करने लगते हैं, तो यह हार्ट हेल्थ के लिए बहुत नुकसानदेह हो जाता है। इससे सेडेन कार्डिएक अरेस्ट (अचानक कार्डिएक अरेस्ट) होता है। यदि आपकी आवश्यकता से तीन अधिक व्यायाम की आवश्यकता है, तो यदि हृदय में ब्लॉकेज है, तो इसमें क्रैक होने का जोखिम बढ़ जाता है। क्रैक पर यदि ब्लड क्लॉट कर दिया गया है, तो हमले की आशंका कई गुना बढ़ जाती है।
वेंट्रिकुलर ट्रेकिडिया की समस्या
अधिक व्यायाम से हार्ट में डिस्टर्ब इलेक्ट्रिक बेनेजेज (Electrical Disturbances) हो जाते हैं। इससे रिडम (हार्ट रिदम) डिस्टर्ब हो जाता है और वेंट्रिकुलर ट्रेकिकार्डिया (वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया) की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। फिबिकल दिल का धड़कना (हृदय अतालता) भी हृदय संबंधी एक समस्या है, जिसके होने का खतरा अधिक होता है।
आपका दिल तेज़ी से, बहुत धीरे-धीरे या फिबिकल रिडम के साथ बहुत गड़बड़ हो सकता है। शारीरिक स्थिति के दौरान आपकी हृदय गति का तेज होना और आराम करना या सोना धीमा होना सामान्य है। इसलिए सप्ताह में 150 मिनट से अधिक व्यायाम नहीं करें।
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