
सीएम योगी ने की बैठक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (योगी आदित्यनाथ) की उच्च स्तरीय बैठक में जब शहरों के विकास का खाका खींचा गया तो इसमें प्रदूषण पर नियंत्रण और यातायात व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ये योजना बनाने को यह भी कहा गया है कि अयोध्या (अयोध्या) और काशी (काशी) सहित महानगरों में पेट्रोल-डीजल वाले गंभीर को इलेक्ट्रिक और सीरियस महत्वपूर्ण से रिप्लेस किया जाए। इसके संचयन नियंत्रण में बड़ी राहत मिलेगी। ये जिम्मेदारी परिवहन विभाग (परिवहन विभाग) को सौंपी गई है।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि अयोध्या और काशी के साथ ही अन्य नगरों के विकास को लेकर भी बात हुई। विकास कार्यों की समीक्षा हुई। पूरे प्रदेश के विकास से जुड़े जो भी विभाग हैं उसके अधिकारी भी मौजूद हैं। काम में तेजी के लिए कहा गया है। एनसीआर की तरह राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने पर बात हुई। दयाशंकर सिंह ने बताया कि बड़े-बड़े शहरों में जो जाम लग रहा है, त्योहार के समय बहुत बढ़ जाता है। उसे कैसे नियंत्रित करें। मंत्री ने कहा कि जब त्योहार आते हैं तो लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हम भी उसके अनुसार संसाधन बढ़ा रहे हैं। बसों के फेर्री बढ़ाने वाले हैं। उसके लिए ड्राइवर और परिचित को अलग से मानदेय देते हैं।
रिंग रोड पर बस स्टॉप होंगे
दयाशंकर सिंह ने बताया कि अयोध्या और काशी को लेकर सीएम ने कहा है कि जो हमारे शहर में डिपॉजिट हैं। उन्हें रिंग रोड के बाहर और हाईवे पर ले जाएं। आने वाले दिनों में योजना होगी कि शहर के अंदर डीजल और पेट्रोल की घोषणा नहीं होगी। सिर्फ इलेक्ट्रिक बैटरी या सीएनजी ही कहते हैं जो प्रदूषण कम करने में इलेक्ट्रिकल विलेय करेंगे। इसके लिए हम रिंग रोड और हाईवे पर जाने से पहले अपने बस टर्मिनल से ही जाएँगे।
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