कबीरधामछत्तीसगढ़

बिना टेंडर और ऑर्डर के ही कराया 1.80 करोड़ का काम ठेकेदार को भुगतान करने अब शासन को भेजेंगे एस्टीमेट

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। नगर पालिका कवर्धा में गुरुनाला की सफाई को लेकर बड़ी धांधली सामने आ रही है। वो ये कि बिना टेंडर और वर्क आर्डर के ही 1.80 करोड़ रुपए से नाला सफाई का काम करा लिया है। वहीं अब ठेकेदार को भुगतान करने के लिए राज्य सरकार को एस्टीमेट (प्रस्ताव) भेजने की तैयारी चल रही है। नगर पालिका में बुधवार को परिषद की बैठक हुई, जहां विपक्ष के कुछ पार्षदों का साथ पाकर सर्व सम्मति से एजेंडे को पास भी कर दिया गया।

दरअसल, परिषद की बैठक में कुल 86 एजेंडे रखे गए थे। दोपहर 12 बजे परिषद की बैठक हुई। महज 20 मिनट की चर्चा के बाद सभी 86 एजेंडों को सर्व सम्मति से पास भी कर दिया गया। जबकि विषय सूची में 35, 36, 37 व 38 में गुरुनाला सफाई का महत्वपूर्ण एजेंडा शामिल था। इसी में बड़ी धांधली हुई है। मई 2024 में नगर पालिका ने बिना टेंडर और वर्क आर्डर के ही अपने चहेते ठेकेदार के जरिए गुरु नाला की सफाई करा दी थी। उक्त सफाई कार्य में 1.80 करोड़ रुपए भुगतान किया जाना है। इसे लेकर अब जाकर प्रस्ताव परिषद की बैठक में लाया गया, जिसे सत्तापक्ष ने विपक्ष के पार्षदों का साथ पाकर पास करा लिया।

तीन बार स्थगित हो चुकी थी परिषद की बैठक

परिषद में कुल 86 एजेंडे शामिल थे। इसे लेकर पूर्व में 3 बार (4,9 और 25 जुलाई) को बैठक स्थगित हो चुकी थी। विपक्ष के पार्षद जानते थे कि बिना टेंडर व स्वीकृति के गुरु नाला का सफाई कार्य कराया गया है। बावजूद इसके 31 जुलाई को हुई बैठक में उन्होंने बिना विरोध के ही एजेंडा पास कर दिया। कांग्रेस के कुछेक पार्षदों ने एजेंडा पास कराने में सत्तापक्ष का साथ दिया। इसे लेकर राजनीति गरमा गई है।

नाले की जमीन पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण

शहर के वार्ड नंबर-8 में जेवड़न खार के डबरी से घोठिया रोड तक 4 किमी लंबे इस नाले की जमीन पर अवैध प्लॉटिंग हो चुकी है। इसकी खरीदी-बिक्री भी हो गई है। यही नहीं, सैकड़ों पक्के मकान भी बन चुके हैं। अब भी नाले की जमीन पर अवैध निर्माण कार्य जारी है। लेकिन नगर पालिका और राजस्व विभाग के नुमाइंदे इसकी अनदेखी कर रहे हैं।

पूर्व में 1.22 करोड़ मिले थे दूसरी जगह पर खर्च किए

गुरु नाले की सफाई को लेकर बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। पूर्व में भी जब नगर पालिका में कांग्रेस सत्ता में थी, तब नाले के सीमांकन व पीचिंग कार्य के लिए 1.22 करोड़ रुपए स्वीकृत हुआ था। सीमांकन से पता चला कि नाले की जमीन पर रसूखदारों ने अवैध कब्जा कर मकान बना लिए हैं, तो लेकिन तत्कालीन शहर सरकार ने इसे भुला दिया। जो 1.22 करोड़ रुपए गुरु नाला की सफाई के लिए मिले थे, उससे रायपुर रोड पर नाली निर्माण में लगा दी। उक्त नाली का काम भी अब तक पूरा नहीं हुआ है। परिषद की बैठक में ठेकेदार को एक्सटेंशन (समय वृद्धि) दे दी गई है। इसे लेकर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं। यही नहीं आरोप-प्रत्यारोप भी लगते रहे हैं। खींचतान जारी है।

3 एजेंडों पर चर्चा, सभी सर्व सम्मति से पासः सीएमओ

नगर पालिका सीएमओ नरेश कुमार वर्मा का कहना है कि परिषद की बैठक में कुल 86 एजेंडे रखे गए थे। पूर्व में 3 एजेंडों पर चर्चा हो गई थी। बुधवार को हुई बैठक में सभी एजेंडे सर्व सम्मति से पास हो गए हैं। गुरु नाला में बाटर हार्वेस्टिंग व अन्य कार्य कराए जाएंगे।

  • मनहरण कौशिक, अध्यक्ष, नपा कवर्धा
  •  गुरुनाला की सफाई पूर्व में हो चुकी है, फिर अभी प्रस्ताव क्यों?

:- गुरु नाला में 8-10 जगहों पर वाटर हार्वेस्टिंग व अन्य कार्य भी होना है। मह्यदेव की कृपा से परिषद में सर्व सम्मति से एजेंडा पास किया गया है।

  • नाला की जमीन को पाटकर अवैध निर्माण हुआ है, उस पर कार्रवाई क्यों नहीं?

:- नाला किनारे जहां खाली प्लाट है, वहां सफाई कराई गई है। नाला के ऊपर जो अतिक्रमण है, उसे रिकार्ड के आधार पर तोड़ा जाएगा।

  • आरोप है कि भू-माफियाओं के लाम केलिए कहीं-कहीं नाले को संकरा छोड़ दिए हैं?

:- रिकॉर्ड में घोठिया रोड पुल से नाला 10 मीटर चौड़ा दिख रहा है। उसी आधार पर सफाई कराए हैं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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