
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। सशक्त महिलाओं की समृद्धि को दर्शाते हुए रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में महिला मड़ई 2025 जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर रहा है। 4 मार्च से जारी इस भव्य आयोजन में राज्य के 33 जिलों से आए 87 महिला स्व-सहायता समूहों ने अपनी अनूठी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है, जिसे लोगों का शानदार प्रतिसाद मिल रहा है।
स्थानीय उत्पादों की धूम, 5 लाख से अधिक का व्यापार
राज्यभर से आई महिला उद्यमियों ने अपने हाथों से निर्मित पारंपरिक और आधुनिक उत्पादों की बिक्री की है, जिसमें
- रायगढ़ का एकताल बेलमेटल
- सूरजपुर का जैविक गुड़
- बस्तर की बेल मेटल आर्ट
- जांजगीर-चांपा व सक्ती की कोसा सिल्क साड़ियां
- गरियाबंद का पैरा आर्ट
- जशपुर की टोकनी व महुआ उत्पाद
- बिलासपुर के श्रृंगार वस्त्र
- बलरामपुर और सूरजपुर का सुगंधित चावल
शामिल हैं। महिलाओं की मेहनत को पहचान मिल रही है और अब तक ₹5 लाख से अधिक की सामग्री का विक्रय हो चुका है।
मड़ई मेले में आकर्षण के केंद्र
- सेल्फी जोन – रंग-बिरंगे सजावटी थीम्स के साथ ख़ास आकर्षण
- बच्चों के लिए प्ले ज़ोन – झूले व मनोरंजन के बेहतरीन साधन
- सांस्कृतिक संध्या – छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों का मनमोहक प्रदर्शन
महिलाओं के लिए विशेष पहल
मेला केवल व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य को भी पूरा कर रहा है। इस मड़ई में वुमन हेल्पलाइन, महतारी वंदन सखी सेंटर, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बाल विवाह एवं चाइल्ड हेल्पलाइन से जुड़ी जागरूकता संबंधी गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं।
महिला उद्यमियों को मिल रहा प्लेटफॉर्म
महिला एवं बाल विकास विभाग, एनआरएलएम, वन विभाग और पंचायत विभाग के साथ स्थानीय महिला उद्यमियों और स्टार्ट-अप को भी अपने उत्पादों की बिक्री के लिए निःशुल्क स्टॉल प्रदान किए गए हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
8 मार्च महिला दिवस तक यह मड़ई और अधिक ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद कर रहा है। अगर आपने अब तक इस अद्भुत आयोजन में भाग नहीं लिया, तो यह बेहतरीन मौका है महिला शक्ति को सलाम करने और उनके शानदार उत्पादों को अपनाने का!













