
जहां तक सैयद सलाउद्दीन की बात है तो हम आपको बताते हैं कि वह अपने सबसे चहेते कमांडर बशीर अहमद पीर के अंतिम संस्कार में देखे गए। आतंकवादी बशीर अहमद पीर भारत के जम्मू-कश्मीर का था जो 15 साल से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहा था।
पाकिस्तान आतंकवाद का पनाहगार है यह बात अब पूरी दुनिया में छाई हुई है इसलिए शायद पाकिस्तान सरकार ने आतंकियों को पूरी तरह से छूट दे दी है किआम खुले दिखो और खुले आम भारत को रैकेट देकर स्थिति टूटने का प्रयास करो। हम आपको बताते हैं कि भारत के लिए मोस्ट वांटेड आतंकवादी और हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दीन को पाकिस्तान में देखा गया है। यही नहीं जैश-ए-मोहम्मद का सरगना हाफिज सईद तो भारत को और भारत के प्रधानमंत्री को धमकते हुए अपना वीडियो वायरल कर रहा है। आतंकवाद ही पाकिस्तान को ले डूबा है लेकिन फिर भी पाकिस्तान अच्छाने को राजी नहीं है।
जहां तक सैयद सलाउद्दीन की बात है तो हम आपको बताते हैं कि वह अपने सबसे चहेते कमांडर बशीर अहमद पीर के अंतिम संस्कार में देखे गए। आतंकवादी बशीर अहमद पीर भारत के जम्मू-कश्मीर का था जो 15 साल से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहा था। बशीर अहमद पीर की सोमवार को रावलपिंडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उनके जनाजे में सैयद सलाउद्दीन शामिल हुए थे। सालाउद्दीन बशीर के जनाजे में दुआ हुआ। हम आपको बताते हैं कि सल्उद्दीन को अमेरिका और भारत ने ग्लोबल घोषित किया है। उसके खिलाफ कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है।
जहां तक हिज्बुल मुजाहिदीन के स्वयंभू कमांडर बशीर अहमद पीर की बात है तो आपको बता दें कि खुफिया अधिकारी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाला बशीर अहमद पीर 15 साल से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहे थे। पाकिस्तान मीडिया की खबरों के मुताबिक, सोमवार को रावलपिंडी में एक दुकान के बाहर बशीर अहमद पीर उर इम्तियाज आलम को गोली ने बेहद करीब से मार दिया। पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि बशीर अहमद पीर पाकिस्तान के गुटों के बीच गैंगवार का नया शिकार हो रहा है। हाल ही में इस तरह के गैंगवार में कई आतंकी मारे गए।
हम आपको बताते हैं कि बशीर अहमद पीर कंट्रोल लाइन के जरिए जम्मू-कश्मीर में नजर को गतिविधियों की गतिविधियों में शामिल किया गया था। आतंकवादी गतिविधियों में भूमिका के लिए सक्रिय गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत पिछले साल 4 अक्टूबर को केंद्र सरकार द्वारा बशीर अहमद पीर को आतंकवादी घोषित किया गया था। सरकारी सूचना के अनुसार, बशीर अहमद पीर हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों के विस्तार के लिए पूर्व एजेंसियों और अन्य को एकता करने को लेकर कई ऑनलाइन प्रचार लाइसेंस से संगठन था।
उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह जम्मू-कश्मीर में हाजी, पीर और इम्तियाज के कोड नाम से कुछ घटनाओं को अंजाम देता था। रावलपिंडी में रह रहे बशीर अहमद पीर को पाकिस्तान ने मानकर दे दिया था। बशीर के बारे में यह भी जानकारी मिली है कि वह पाकिस्तान की ओर से टाइपिंग करके जम्मू-कश्मीर आने वाले को सहायता प्रदान करवाता था। पाकिस्तान में वह हिज्बुल मुजाहिदीन के लिए काम करता था। रावलपिंडी में बैठे-बैठे वो जम्मू-कश्मीर पहुंचे घुसपैठियों और समझौते को रसद और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का काम करते थे।
दूसरी ओर, हाफिज सईद की बात करें तो वह भारत को धमकी दे रहा है कि वह पाकिस्तान का पानी बंद करने की बात भी नहीं सोचता। हम आपको बताते हैं कि भारत ने सितंबर 1960 की सिंधु जल संधि की समीक्षा की और संशोधन के लिए पाकिस्तान को नोटिस भेजा है। इस पर यह आतंकवादी सरगना भड़क गया है।
बहरहाल, यहां हम कहेंगे कि पाकिस्तानियों के पास आटा नहीं है, तेल नहीं है, बस पीने के लिए पानी है, इसलिए शायद उसके भी छिन जाने के डर से ये आतंकवादी भड़क रहा है। लेकिन इसका ये पता नहीं चलता कि ये जहां खड़ा होकर बोल रहा है, भारत वहीं पर इसे सिखाने की हिम्मत रखता है। इस आतंकवादी को पता होना चाहिए कि अब हमारा सिद्धांत है- कोई छेड़ेगा तो नहीं छोड़ेगा। पाकिस्तान कॉपीराइट सन लो कि चाहे आपके झंडे में चांद होगा लेकिन हमारा तो फ्लैग चांद पर है। इसलिए हम इस तरह की धमकी की देखभाल नहीं करते।













