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परेश रावल की पत्नी: कौन हैं परेश रावल का वाइफ संदर्भ संपत, 43 साल पहले जीती हैं मिस इंडिया का टाइटल

बॉलीवुड के शानदार अभिनेताओं में गिने जानेवाले परेश रावल फिल्म ‘हेरा फेरी’ में बाबूराव गणपतराव आप्टे और ‘ओह माय गॉड’ में कांजीभाई जैसे कई शानदार रोल में हर हरियाली में बसे हुए हैं। थिएटर और प्ले की दुनिया में फेमस परेश रावल ने फिल्म अर्जुन से बॉलीवुड में एंट्री मारी थी और कॉमिक से लेकर विलन तक के रोल को उन्होंने बखूबी स्टेटस दिया। हालांकि, आज हम यहां बात करने जा रहे हैं परेश रावल को वाइफफॉर्म संपत के बारे में, जो मिस इंडिया रह गए हैं।

1979 में मिस इंडिया का खिताब जीता
हो सकता है कि आपमें से कइयों को यह पता हो कि परेश रावल के वाइफ फॉर्मेट संपत 1979 में मिस इंडिया का टाइटल अपना नाम बदल चुके हैं। पति की तरह का स्वरूप भी फिल्मों की दुनिया से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा वह कॉमेडी टीवी शो ‘ये जो है जिंदगी’ का भी हिस्सा बनकर रह गए हैं।

पहली नजर का प्यार
एक इंटरव्यू में परेश बता चुके हैं कि जैसे ही उन्होंने संदर्भ को पहली नजर में देखा तो उनसे प्यार हो गया। वह 1975 में अपने प्यार में पागल हो गए थे और परेश ने अपने दोस्तों से कहा कि एक दिन वह उनसे शादी जरूर करेंगे। उन्होंने कहा था कि वह उनके लिए इंतजार नहीं कर रहे थे और फिर वे सीधे-सीधे उन कहने के लिए कहने लगे। परेश ने सीधा कहा कि मैं सब शादी करना चाहता हूं। 12 साल उन्होंने डेट किया और 1987 में शादी की।

कई फिल्मों में काम कर चुके हैं बंद
बता दें कि फॉर्मेट साल 1984 में फिल्म ‘करिश्मा’ में कमल हासन और रीना रॉय के साथ नजर आ चुकी हैं। फिल्म में अपने बिकिनी सीन्स को लेकर भी वह चर्चा में हैं। उनकी बाकी फिल्मों की बात करें तो वह ‘नरम गरम’ (1981), ‘हिम्मतवाला’ (1983) ‘साथिया’ (2002), सप्तपदी (2013) और ‘की एंड का’ (2016) जैसी फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं ।

पीएम मोदी ने उन्हें खास काम के लिए चुना था
स्वरूप की दुनिया में भी काफी सक्रियता रही है। कुमकुम बनाने वाली कंपनी श्रृंगार के लिए भी वह वोटर ब्लॉक कर चुके हैं। संदर्भ फिल्मी और चकाचौंध वाली दुनिया से अलग कुछ ऐसे काम भी करती हैं जो किसी का भी मन गदगद करने के लिए काफी है। दिनोदिन बच्चों को एक्टिंग भी सिखाने का काम करती हैं। बताया जाता है कि वह समय पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और तब उन्होंने बच्चों के लिए शिक्षा कार्यक्रम के प्रमुख के रूप में संदर्भ को चुना था।

इसलिए संदर्भ ने दी फिल्में छोड़ दीं
संदर्भ टीचिंग और समाज सेवा के अलावा कई किताबें भी लिखना बंद कर चुकी हैं। स्वरूप और परेश के दो पुत्र अनिरुद्ध और आदित्य हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदर्भ ने कहा था कि इसलिए फिल्में आबाद हो गईं क्योंकि 80 के दशक के बाद अच्छी फिल्में बननी बंद हो गईं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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