
उन्होंने कहा, प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद इस संबंध में काफी आपाधापी में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई जो जनता के सामने आई है, लोगों के बीच प्रदेश में कानून के राज के प्रति भारी संदेह है कि क्या सरकार अपनी विफलताओं पर परदा जांच के लिए दूसरा विकास दुबे करेंगे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस द्वारा अब तक की सख्त कार्रवाई से जनता में कानून के राज को लेकर व्यापक संदेह पैदा हो गया है और पूरा देश देख रहा है कि क्या सरकार अपराधियों को सड़क पर खत्म करने का तरीका अपनायेगी। मायावती ने ट्वीटर पर ट्वीट कर उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस की कार्रवाई पर गम्भीर सवाल उठाये हैं।
उन्होंने कहा, प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद इस संबंध में काफी आपाधापी में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई जो जनता के सामने आई है, लोगों के बीच प्रदेश में कानून के राज के प्रति भारी संदेह है कि क्या सरकार अपनी विफलताओं पर परदा जांच के लिए दूसरा विकास दुबे करेंगे। विकास दुबे जुलाई 2020 में नगर देहात के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की मौत होने के मामले में मुख्य अभियुक्त था। मध्य प्रदेश से जागरण में राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीआईटी) के खिलाफ घपलेबाजी की गई।
प्रयागराज में पिछले महीने हुए उमेश पाल और उनकी दो सुरक्षा संबंधी हत्याकांड के मामले में प्रमुख अभियुक्त पूर्व सांसद अतीक अहमद के परिजन ने अहमद, उनके भाई और बेटों की फर्जी पहचान में हत्या की आशंका जाहिर की है। मायावती ने एक और ट्वीट किया, वैसे पुराने राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े हुई हत्या को लेकर सरकार कानून—व्यवस्था के मामले में काफी तनाव और दबाव में है, लेकिन पूरा देश देख रहा है कि क्या सरकार कानून द्वारा कानून के राज पर अमल करने वाले या अपराधियों को सड़क पर खत्म करके अपराध रोकेगा?
दोषी है कि 24 फरवरी को प्रयागराज में एक दुःसाहसिक हमलावर ने हथियारबंद बदमाशों ने पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा जोखिम की ताबड़तोड़ हत्या कर दी थी। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके दो बेटों, उनके साथी गुड्डू मुस्लिम और दास और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था ।
मामले में शामिल हैं बताते हैं जाज और विजय चौधरी गठजोड़: गत 27 फरवरी और छह मार्च को पुलिस के साथ होने की बात सामने आने लगी है। अतीक अहमद के परिजन ने सोमवार को प्रयागराज में संवाददाता सम्मेलन में अहमद, उसके भाइयों और भाइयों को फर्जी मिलने में मदद करने की संभावना जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की आगे लगायी थी।
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