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किस्सा: साल 2017 की बात है। रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा था कि सुपरस्टार रजनीकांत जल्द ही अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान के जीवन पर आधारित फिल्म बनाने वाले हैं। इससे पहले फिल्म के प्रोड्यूसर या फिर खुद रजनीकांत ने इस फिल्म की आधिकारिक घोषणा करते हुए मुंबई के एक व्यक्ति ने उन्हें नोटिस भेजा। ये नोटिस किसी और ने नहीं बल्कि हजिस्तान के बेटे ने भेजा था। लेकिन, सवाल यह उठता है कि हजिस्तान के बेटे ने इस नोटिस में क्या लिखा था?
नोटिस में लिखी गई थी ये बात
विकलांग हाजी मस्तान के बेटे सुंदरर ने चिन्ह में लिखा था, ”गौडफादर हाजी मस्तान मिर्जा को मूवी में स्मगलर और अंडरवर्ल्ड डॉन की तरह पेश न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो इसके गंभीर परिणाम पड़ने लग सकते हैं। हाजी मस्तान न सिर्फ मेरे गॉडफादर थे बल्कि देश के मशहूर राजनेता भी थे। फिल्म में उन्हें एक स्मगलर और अंडरवर्ल्ड डॉन की तरह पेश नहीं करेंगे।”
यदि आप उनकी गलत इमेज दिखाएंगे तो……- सुंदर शेखर
इसलिए ही नहीं, शेखर ने ये भी लिखा था कि कोर्ट ने कभी भी हाजी मस्तान को दोषी नहीं ठहराया है। उन्होंने कहा था, “अगर आप अपनी गलत तस्वीर दिखाएंगे तो वर्कर्स में गुस्सा फूट सकता है और अगर ऐसा हुआ तो पूरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इतना ही नहीं, आप लीगल प्रॉसेस का भी सामना करेंगे। यदि आप सच में हाजी मस्तान की लाइफ पर हैं। फिल्म बनाना चाहते हैं तो उनकी असली कहानी पर बनाएं।” हालांकि, इस नोटिस के बाद प्रोड्यूसर ने ये बात साफ की थी कि वह हाजी मस्तान के जीवन पर कोई फिल्म नहीं बना रहे हैं।
कौन था हाजी मस्तान?
हाजी मस्तान का जन्म तमिलनाडु के कुड्डालोर में हुआ था। कहा जाता है कि हाजी मस्तान ने 30 साल की उम्र में सुकुर नारायण बखिया के साथ स्मगलिंग की शुरुआत की थी। कहा ये भी जाता है कि हाजी मस्तान, अधिसूचना इब्राहिम के गुरु थे। हालांकि, लगा कि हाजी मस्तान पर कोई भी आरोप कभी भी सिद्ध नहीं हो पाता। बता दें, 2010 में आई फिल्म ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ में अजय देवगन का किरदार काफी हद तक हाजी मस्तान की जिंदगी से ही प्रभावित था।