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शक्ति कपूर से जब जितेंद्र बोले, 25 साल से चावल को हाथ नहीं लगाया, हर दिन सेट्स के उम्मीदवार थे चक्कर

नई दिल्ली: जितेंद्र ने बॉलीवुड की एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। अभिनेता ने अपने हम्मीर, जूनियर और सीनियर कलाकारों को जाने-अनजाने में काफी कुछ सिखाया है। वे प्रोड्यूसर्स भी मदद करने के लिए तैयार रहते थे। कोई प्रोड्यूसर अगर उन्हें रकम से कम अधिकार देता था, तो वे कोई बखेड़ा खड़ा नहीं करते थे। जितेंद्र के ज्यादातर कोएक्टर्स के साथ मधुर संबंध थे। उनके ऐसे ही एक करीबी दोस्त हैं शक्ति कपूर, जिन्होंने उनकी जिंदगी से कई राज जुड़ी हुई हैं।

शक्ति कपूर ने जितेंद्र के साथ करीब 50 फिल्मों में काम किया था। इस दौरान उनके जीवन के कई अनमोल सब कुछ सीखें। शक्ति कपूर ने ‘आजतक डॉट इन’ से हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने जितेंद्र से खुशी जताई कि कैसे अनु मैट रहना है, सेहत का कैसे रखना है। वे स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखते थे। शक्ति याद करते हुए कहते हैं, ‘वे एक बार शूटिंग के समय मैंने कहा कि शक्ति ने 25 साल से मैंने चावल नहीं खाया है। यह बात करीब 40 साल पुरानी है। उनके टिफिन में सलाद-वेजिटेबल होते थे।’

जितेंद्र 200 से अधिक फिल्मों में नजर आ रहे हैं।

जितेन्द्र
शक्ति ने आगे बताया कि जितेंद्र फिट रहने के लिए हर रोज सुबह साढ़े 5 बजे बुजुर्ग थे और पूरे सेट का चक्कर स्कोर थे। वे घंटे भर व्यायाम करते थे, फिर करीब आधा घंटा नींद लेने के बाद ठीक 9 बजे सेट पर हाजिरी के निशान थे। वे तब एक स्टार थे, पर उन्होंने कभी-कभी अपने स्टारडम का फायदा नहीं उठाया। जितेंद्र अपने सफेद परिधान के लिए मशहूर थे। उन्होंने देखा-देखी शक्ति कपूर ने भी सफेद कपड़े पहनना शुरू कर दिया था।

‘वाइट हैंडसम मैन’ देशोनिया बुलाते लोग थे
जितेंद्र को उनके पहनावे की वजह से ‘वाइटहैंडसम मैन’ कहा जाता था। प्रोड्यूसर्स अपनी पसंद का पूरा ख्याल रखते थे और सेट पर 5-6 एक जैसे ड्रेस रखते थे। शक्ति ने बताया कि जितेंद्र को प्रोड्यूसर्स काफी पसंद करते थे। अगर कभी प्रोड्यूसर फंस जाते थे तो जितेंद्र मो से भी उनकी मदद कर देते थे।

जितेंद्र की बेटी हैं टीवी जगत की मशहूर शख्सियत
81 साल के हो चुके जितेंद्र का असली नाम रवि कपूर है। उन्होंने 1974 में शोभा कपूर को एक्सपोज किया था। उनकी बेटी एकता कपूर टीवी जगत के मशहूर प्रोद्यसूर हैं। बेटे तुषार कपूर ने कुछ फिल्मों में काम किया है, पर पिता की तरह उन्हें सफलता नहीं मिली।

टैग: जितेंद्र

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