सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस पूरी हिंसा को ममता बनर्जी ने अंजाम दिया है। उसने अपने मुस्लिम वोटों को बनाए रखने के लिए ऐसा किया है क्योंकि उपचुनाव में उसका मुस्लिम वोट बैंक कम हो रहा था।
रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल के हावड़ा में जबरदस्ती मिली। इस हंगामे की वजह से अब राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। वार पलटवार का दौर जारी है। हावड़ा में हिंसक झड़पें हुई हैं। इन सबके बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है और हिंसा की एनआईए जांच की मांग की है। उन्होंने बात करते हुए कहा कि मैंने एचएम अमित शाह को पत्र लिखा हावड़ा में रामनवमी पर हुई हिंसा की एनआईए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने मुझसे फोन पर बात की और मुझे नुकसान पहुंचाया कि वह पूरी तरह से हिंसा के कारणों की निगरानी करेंगे।
सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस पूरी हिंसा को ममता बनर्जी ने अंजाम दिया है। उसने अपने मुस्लिम वोटों को बनाए रखने के लिए ऐसा किया है क्योंकि उपचुनाव में उसका मुस्लिम वोट बैंक कम हो रहा था। वहीं, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारियों ने कहा कि यहां बहुत खराब स्थिति है। देश में ऐसी स्थिति होना बहुत शर्म की बात है। पुलिस भी कुछ नहीं कर रही है। पत्रकार घायल हो रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये सब टिम कर रहे हैं… यहां पेट्रोल बम विस्फोट हुआ है, तो एनआईए जांच तो जल्द ही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बंगाल की हालत बहुत खराब है। प्रधानमंत्री को कुछ करना। मुझे आशा है कि मोदी जी और शाह जी ने कश्मीर को ठीक कर दिया, वो लोग बंगाल को भी सही नींद पर ठीक कर देंगे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के संबंधित नेता शुभेंदु ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में हावड़ा और डालखोला में हिंसा की घटनाओं के संबंध में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें एनआईए ने जांच की है और ऐसे क्षेत्रों में सेंट्रल फोर्सेस की भूख की मांग की है। वर्किंग कॉमरेड ने जनहित याचिका दायर करने की अनुमति दी और उसे 3 अप्रैल को सूची के शीर्ष पर चित्रित करने का निर्देश दिया।