चीन, जापान, दक्षिण कोरिया समेत कई देशों में कोरोना के संक्रमण को लेकर भारत सतर्क हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की हैं। नई गाइडलाइन्स के अनुसार चीन सिंगापुर, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और जापान से आने वाले यात्रियों के लिए डिपार्चर से पहले आरटी-पी अधिकार परीक्षण अनिवार्य है जो कि 72 घंटे से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए। इसके साथ विदेश जाने वाले यात्रियों को एक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरना भी जरूरी है।
अमेरिका भी हो गया सावधान
वहीं इससे पहले अमेरिका ने चीन, हांगकांग और मकाउ से आने वाले यात्रियों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “चीन में कोरोना के बढ़ने के मामले को देखते हुए यह फैसला किया गया है।” एजेंसी ने बताया कि 5 जनवरी के बाद चीन से आने वाले सभी यात्रियों को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट में दिखाया गया है जिसके बाद उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।
कनाडा में भी कोविड-19 परीक्षण की अनिवार्यता है
वहीं कनाडा में विदेश जाने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया था। कनाडा स्थित टेलीविजन नेटवर्क CTV के अनुसार, कनाडा सरकार ने चीन, हांगकांग और मकाऊ से आने वाले यात्रियों के लिए COVID-19 परीक्षण अनिवार्य कर दिया है। ये फैसला चीन में बिगड़ते हालातों पर नज़र रख रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में 25 करोड़ लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने का दावा
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में पिछले 20 दिनों में 25 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इंडिया-टीवी इन रहस्यमयी की पुष्टि नहीं करता। एक तरफ चीन में भारी तबाही मची है, वहीं दूसरी तरफ चीन ने 8 जनवरी से कोरोना अलर्ट में छूट देने का फैसला किया है। नए नियमों के अनुसार, विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन में छूट मिलेगी।