दिल्ली में सब्जियों की कीमत: स्वस्थ और अनिश्चित जीवन के लिए जरूरी है कि व्यक्ति को स्वाद के साथ-साथ भरपूर भोजन मिले। ऐसे में आहार को पूर्ण हरे लोग करते हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत में जहां कड़ाके की ठंड ने छू लिया है, वहीं हरी त्वचा के ठीक-ठाक भाव में भारी गिरावट दिख रही है। कुछ ही हफ्ते पहले दिल्ली और एनसीआर में ट्रैफिक के दम पर आसमान छू रहे थे, लेकिन अब इन बांधों में कमी आने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली में ज्यादातर बहुसंख्यक एनसीआर (एनसीआर), यूपी (यूपी), राजस्थान (राजस्थान) और हरियाणा (हरियाणा) से लगी है और आमतौर पर ठंड के दिनों में हरे रंग का डैम काफी बढ़ जाता है।
सब्जी विक्रेता सुरेश साहनी ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि ठीक-ठाक खामियों के कारण भारी गिरावट आ रही है। पहले से भी सब्जी की खेती अच्छी होती है और इस बार भी अच्छा ब्रेक होने की वजह से ठंड में इन बांधों में गिरावट देखी जा रही है।
प्रति किलो के वर्क से मौजूदा डैम
- आलू- (16 से 18 रुपये प्रति किलो।)
- गोभी- (26 से 28 रुपये प्रति किलो.)
- मटर- (18 से 20 रुपये प्रति किलो.)
- काली मिर्च- (28 से 30 रुपये प्रति किलो.)
- टमाटर- (16 से 18 रुपये प्रति किलो.)
दूध के बढ़ने से दामों से लोग परेशान
पिछले दिनों मदर दूध के दामों में 2 रुपये प्रति किलो के दर से अटका हुआ है, जिसके बाद आम जनता पर एक बार फिर से चिपकी मार पड़ी है। इस समय मूल, मदर दायरे सहित अन्य उत्पादों के दूध के दाम 64 से 66 रुपये प्रति किलो के होश से बाजार में बिक रहे हैं। दूध और अन्य दायरे उत्पादों के लगातार बढ़ने से बांधों की वजह से लोगों का यह आभास होता है कि रोजाना इस्तेमाल होने वाले अन्य बाधाओं से भी डैम बढ़ रहे हैं, जिससे पूरे महीने का बजट संभालना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसी सरकार से भी दूध के बढ़ते दामों में राहत देने के लिए जनता की तरफ अब से जोर लगा रही है।