लोकसभा चुनाव: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में यूपी में आवारा पशु और सांड भी बड़ा मामाला बन सकते हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में भी यह देखने को मिला था. समाजवादी पार्टी (समाजवादी पार्टी) जहां पिछले कुछ दिनों से लगातार इसे लेकर बीजेपी (बीजेपी) को घोटालों में जुटी है। बीजेपी (बीजेपी) को यह भी पता चला है कि इस समस्या का मिशन 80 (मिशन 80) के लक्ष्य को रोका जा सकता है इसलिए अब बीजेपी सरकार के किसानों को रिपोर्ट की सूचना की तैयारी कर रही है।
सांड के हमलों में लोगों के घायल होने या फिर बड़ी दुर्घटना होने और आवारा अधिकारियों से किसानों की परेशानी को लेकर लगातार ट्वीटर के माध्यम से जिम्मेदार सरकार को बेरहमी से पेश किया जा रहा है। हाल ही में जब बजट का सत्र चल रहा था तब भी समाजवादी पार्टी के तेवरों ने इसे लेकर सवाल भी पूछा था। ये समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में भी जोर-शोर से उठाया था और अब जब 16 दिसंबर को चुनाव की तैयारी में सपाजुती है तो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह जनता के बीच सड़क पर साफ आवारा पशु सांड और नील गाय है की टक्कर से होने वाले हादसों और किसानों की सफलता को होने वाले नुकसान को इन चुनावों में एक बड़ा झटका बन सकता है।
आवारा गवाहों को बचाने की यह तैयारी है
अब प्रदेश सरकार ने यह तय किया है कि नीलगाय और सांड की टक्कर से यदि कोई घायल होगा तो उसे लछड़ा दिया जाएगा। 60 प्रतिशत से अधिक अपुंगता होने पर लाख रुपये जबकि 40 से 60 प्रतिशत अपुंगता होने पर 74000 रुपये करोड़ दिया जाएगा। वहीं मामूली रूप से घायल होने वालों की संख्या 5400 है और एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती होने पर 16000 स्वतंत्र स्वतंत्र सरकारें। इसके लिए डॉक्टर का प्रमाण पत्र देना होगा। इसे अब आपदा में शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है तो वहीं आवारा प्रत्यक्षदर्शी किसानों की नाराजगी को जो नुकसान हो रहा है उससे समझौता की भी सरकार तैयारी कर रही है। पशुधन विभाग ने जो योजना तैयार की है, उसके अंतर्गत सभी क्षेत्र के सभी बंधे हुए लगभग 25 से 30 एकड़ जमीन विकसित होगी जहां एनजीओ और अलग-अलग काम के जरिए 2000 आवारा अधिकारियों को वहां रखा जाएगा। सरकार पीपीपी मॉडल पर यह भूमि स्थापित करती है कि किसी भी क्षेत्र के किसानों को आवारा अधिकारियों से राहत मिल सकती है। पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि सरकार ने इसके लिए वहां लैंडबैंक पर योजना तैयार की है, वहीं पर हम आवारा नजरों को देख रहे हैं।
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